आटा-चीनी की हुई किल्लत अन्य सामान पर भी आफत
ट्रकों की हड़ताल. जगह-जगह फंसे हैं सामान लदे 200 ट्रकें भागलपुर : ट्रकों की हड़ताल से पूर्व बिहार व झारखंड के कई जिलों को माल सप्लाई करनेवाले भागलपुर के बाजार में सामान की आवक कम हो गयी है. यहां आनेवाले 200 ट्रक जगह-जगह फंसे हुए हैं. इसका थोक बाजार पर असर दिखना शुरू हो गया. […]
ट्रकों की हड़ताल. जगह-जगह फंसे हैं सामान लदे 200 ट्रकें
भागलपुर : ट्रकों की हड़ताल से पूर्व बिहार व झारखंड के कई जिलों को माल सप्लाई करनेवाले भागलपुर के बाजार में सामान की आवक कम हो गयी है. यहां आनेवाले 200 ट्रक जगह-जगह फंसे हुए हैं. इसका थोक बाजार पर असर दिखना शुरू हो गया. बाजार में चीनी और आटा सहित अन्य चीजों की दिक्कत शुरू हो गयी है. इनकी कीमत बढ़ने लगी है. प्याज रास्ते में सड़ने लगे हैं. लकड़ी के सामान सहित ऊनी कपड़े भी बाजार में नहीं आ रहे हैं. किसी तरह अभी काम चल रहा, अगर यही हालत रहा तो आनेवाले दिन में खुदरा बाजार पर इसका व्यापक असर दिख सकता है. कारोबार 40 से 50 फीसदी प्रभावित हो रहा है. आनेवाले दिनों में यहां खाद्यान्न मिलने पर भी संकट हो सकता है.
जगह-जगह फंसे हैं 200 ट्रक माल : माता ट्रांसपोर्ट के मैनेजर नरेश शर्मा ने बताया कि रास्ते में ट्रकों को रोक देने से बाजार में अघोषित आपातकाल की तरह स्थिति हो गयी है. इसका असर आने वाले दिनों में दिखेगा. चार दिनों में भागलपुर बाजार का 200 ट्रक माल फंसा है. इससे बाजार में माल की कमी स्वाभाविक है. हार्डवेयर कारोबारी हर्ष बाजोरिया ने बताया कि लकड़ी का मोल्डिंग बीट रास्ते में फंस गया है. उपभोक्ता लौट रहे हैं. पहले का स्टॉक माल खपा रहे हैं, 40 प्रतिशत कारोबार प्रभावित है. कपड़ा कारोबारी प्रशांत बाजोरिया ने बताया कि लुधियाना से कंबल आना था, जो नहीं आ सका. सप्लाइ देने में दिक्कत हो रही है, 40 फीसदी कारोबार प्रभावित है.
मीलर आटा देने से करने लगे इनकार : थोक किराना कारोबारी रोहित जैन ने बताया कि खाद्यान्न बाजार में चीनी का अभाव हो गया है. गेहूं की आवक नहीं होने से मिलर आटा देने से मना करने लगे हैं. दाल का स्टॉक प्रचुर मात्रा में होने और मंदी से अभी कोई दिक्कत नहीं हो रही है, जबकि दाल की सात गाड़ियां रास्ते में फंसी हैं. चीनी के थोक कारोबारी पीयूष कुमार ने बताया कि चीनी की 20 गाड़ियां फंस गयी हैं. पिकअप वैन से माल ढुलाई का प्रयास किया, तो माल नहीं उठने दिया.
सस्ते में बेचना पड़ रहा प्याज : आलू व प्याज के थोक कारोबारी गुड्डू ने बताया कि ट्रक नहीं आने से मिनी मार्केट खाली-खाली नजर आ रहा है. रास्ते में प्याज की चार गाड़ियां फंसी है. गंगा ब्रिज पर नो इंट्री है. छोटी गाड़ियों से माल ढुलवा रहे हैं. खर्च प्रति क्विंटल 60 रुपये बढ़ गया है. कई ग्राहक झारखंड से छोटी गाड़ियाें से प्याज लाने को विवश हैं. पहले 600 से 700 बोरी प्रतिदिन बिकती थी, अब 250 से 300 बोरी प्रतिदिन बिक रही है. अभी थोक में 3500 से 3800 रुपये प्रति क्विंटल प्याज बिक रहा है.
हीटर व गीजर का अभाव : इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी नवनीत ढांढानिया ने बताया कि कई चीजों जैसे हीटर, गीजर की मांग के अनुरूप पूर्ति नहीं हो पा रही है. ग्राहक लौट रहे हैं. जेनरल स्टोर संचालक दीपक सानन ने बताया कि माल रास्ते में फंसा है.
थोक बाजार में महंगाई : किराना के थोक कारोबारी ने बताया कि 3750 रुपये प्रति क्विंटल बिकने वाला चीनी अभी 3850 से 3900 रुपये क्विंटल बिकने लगा है.