नहीं बना चैनल तो बंद हो जायेगी जलापूर्ति
गाद निकालने के िलए एजेंसी ने लगाये मजदूर आज से चैनल बनाने का काम हो सकता है शुरू इंटक वेल के दोनों तरफ पानी की जगह निकल आयी है मिट्टी, एजेंसी की बढ़ी परेशानी भागलपुर : गंगा का पानी तेजी के साथ सूख रहा है, इस कारण शहर में जल्द ही पेयजल संकट गहरा सकता […]
गाद निकालने के िलए एजेंसी ने लगाये मजदूर
आज से चैनल बनाने का काम हो सकता है शुरू
इंटक वेल के दोनों तरफ पानी की जगह निकल आयी है मिट्टी, एजेंसी की बढ़ी परेशानी
भागलपुर : गंगा का पानी तेजी के साथ सूख रहा है, इस कारण शहर में जल्द ही पेयजल संकट गहरा सकता है. पहले फरवरी के बाद गंगा का पानी कम होता था, लेकिन इस बार दिसंबर में ही गंगा का पानी कम होने से शहर में जलापूर्ति की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जायेगी. शहर को वाटर सप्लाई के पानी की आपूर्ति करनेवाले इंटक वेल की स्थिति ठीक नहीं है. दोनों इंटक वेल के दोनों तरफ पानी की जगह मिट्टी निकल आयी है. थोड़ा बहुत पानी बचा है. लेकिन उसमें इतनी अधिक गाद हो गयी है कि इंटक वेल के मोटर में पानी कम मिट्टी अधिक आ रहा है. इससे मोटर ठीक से चल नहीं पा रहा है. इस स्थिति को देख कर पैन इंडिया एजेंसी के हाथ-पांव फूल गये हैं.
एजेंसी ने गाद निकालने के लिए 21 मजदूर लगा दिया है जो पानी में जमे गाद को निकाल रहे हैं. इंटक वेल की ओर आनेवाली गंगा की धार का पानी भी बंद हो गया है. अगर पांच दिनों में चैनल बनाकर पानी इंटक वेल तक नहीं लाया गया तो पांच दिन बाद इंटक वेल से पानी की सप्लाई बंद हो जायेगी. खुद एजेंसी भी इस बात को मान रही है. वैसे एजेंसी ने कहा है कि वाटर सप्लाई के लिए पाेखर में अभी पांच दिनाें का पानी है. गाद हटा कर इंटक वेल तक पानी लाया जा रहा है.
एक इंटक वेल के पास तो सिर्फ मिट्टी की परत : एक इंटक वेल के चारों तरफ एक इंच भी पानी नहीं है. चारों ओर गाद भर गयी है. एक इंटक वेल के पास गाद हटा कर पानी लाया जा रहा है. बता दें कि हर दिन इंटक वेल से 38 लाख गैलन पानी की आपूर्ति होती है. लेकिन अभी जो स्थिति है उससे नहीं लग रहा है कि 38 लाख गैलन जलापूर्ति हो रही है.
कहते हैं पीआरओ : एजेंसी के पीआरओ रवि रंजन ने बताया कि गंगा का पानी तेजी से घट रहा है. इंटक वेल में पानी लाने के लिए पानी में भरी गाद को मजदूर लगा कर निकाला जा रहा है. 21 मजदूर लगाये गये हैं. उन्हाेंने बताया कि सोमवार से चैनल बनाने का काम शुरू होगा. इंटकवेल के चारों ओर गाद तेजी से भर रहा है.