सुजीत के अकेले बैंक जाने की सूचना कैसे लीक हुई
भागलपुर: अपराधी तिलकामांझी चौक स्थित पेट्रोल पंप से ही मैनेजर सुजीत उपाध्याय की रेकी कर रहे थे. सुजीत के बारे में अपराधियों ने सारी जानकारी एकत्र कर ली थी. यह भी पता कर लिया था कि सोमवार को सुजीत पैसे जमा करने अकेले ही बैंक जा रहे हंै. जबकि हर दिन सुजीत के साथ एक […]
भागलपुर: अपराधी तिलकामांझी चौक स्थित पेट्रोल पंप से ही मैनेजर सुजीत उपाध्याय की रेकी कर रहे थे. सुजीत के बारे में अपराधियों ने सारी जानकारी एकत्र कर ली थी. यह भी पता कर लिया था कि सोमवार को सुजीत पैसे जमा करने अकेले ही बैंक जा रहे हंै. जबकि हर दिन सुजीत के साथ एक स्टाफ अवश्य पैसे जमा करने जाता था. अपराधियों ने इसका फायदा उठाया और सुजीत का पीछा करने लगे. जैसे ही पुलिस क्लब के पास सुजीत रुक कर बात करने लगे तो अपराधियों को लगा कि यह सबसे बेहतर मौका है. तभी पांच अपराधियों ने सुजीत पर धावा बोल दिया.
सड़क निर्माण का उठाया फायदा : घटनास्थल के पास सड़क का निर्माण हो रहा है. इस कारण वहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. अपराधियों ने इसका फायदा उठाया. घटना के बाद अपराधी कचहरी चौक की ओर न भाग कर जिधर से आये थे, उधर ही भाग निकले. अगर कचहरी चौक की ओर भागते तो शायद जाम में फंस सकते थे. कुछ चश्मदीदों को लगा कि सुजीत और अपराधियों के बीच किसी बात को लेकर मारपीट हो रही है. जब गोली चली तो पता चला कि अपराधी रुपये लूट कर भाग गये. पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है कि आखिर अपराधियों को यह कैसे पता चला कि सोमवार को सुजीत अकेले पैसे जमा करने बैंक जा रहे हैं.
अपराधी ने दो फायरिंग की : घटना के बाद सबसे पहले पहुंचे विधि-व्यवस्था इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती को चश्मदीदों ने बताया कि अपराधियों ने दो बार फायरिंग की. एक गोली सुजीत के पंजरा में लगी, जबकि दूसरी हवा में. हालांकि दूसरी गोली का खोखा पुलिस को घटनास्थल से नहीं मिला है.
पंप के मालिक भी थे आगे-आगे : पंप के मालिक रवि दुबे, सुजीत के आगे-आगे चल रहे थे. उन्हें भी बैंक जाना था. इस कारण वे दूसरे वाहन से सुजीत के आगे-आगे चल रहे थे. लेकिन उन्हें घटना की भनक तक नहीं लगी. गोली लगने के बाद जब सुजीत ने मालिक रवि को फोन किया तो वे मौके पर पहुंचे. उधर, सूचना पाकर सुजीत की पत्नी रीता कुमारी, पुत्री व अन्य परिजन भी अस्पताल पहुंच गये.
दो साल से लंबित पड़ा है आर्म्स लाइसेंस : रवि दुबे ने अपनी और पंप की सुरक्षा के लिए दो साल पूर्व लाइसेंसी हथियार के लिए दो साल पूर्व ही आवेदन किया था. आवेदन थाना, इंस्पेक्टर, एसडीओ, डीएसपी, एसएसपी के टेबुल से पास होकर डीएम के पास पहुंच चुका है. लेकिन दो साल डीएम यहां आवेदन लंबित पड़ा है.
एसएसपी पहुंचे अस्पताल : घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी राजेश कुमार, सिटी डीएसपी वीणा कुमारी, इंस्पेक्टर मनोजरंजन भारती, इशाकचक थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार, तिलकामांझी थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष वशीर अहमद, एएसआइ मंटू कुमार अस्पताल पहुंचे. एसएसपी ने घायल से कई जानकारी ली. इसके बाद शहर को सील कर छापेमारी का निर्देश दिया. साथ ही रेमंड शोरुम, होटल अतिथि पैलेस समेत अन्य प्रतिष्ठान और घरों में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगालने का निर्देश दिया.
ऑपरेशन के बाद हायर सेंटर रेफर : जेएलएनएमसीएच में ऑपरेशन के बाद जख्मी सुजीत को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. इससे पूर्व विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन कर सुजीत के पेट से गोली निकाल दी. डॉक्टरों ने बताया कि गोली के कारण पेट के भीतर का कई भागों को क्षति पहुंची है.