कार्यालय में रजिस्ट्रार के खिलाफ खोला मोर्चा
विरोध. भड़का नवनियुक्त व्याख्याता संघ संगठन के अध्यक्ष ने कहा, रजिस्ट्रार से मिलने पर कहते हैं महत्वपूर्ण इश्यू नहीं है भागलपुर : सिंडिकेट से अतिथि व्याख्याता को लेकर पारित प्रस्ताव को प्रोसिडिंग में नहीं लाने पर मंगलवार को नवनियुक्त अतिथि व्याख्याता संघ के सदस्य रजिस्ट्रार कार्यालय में भड़क गये. रजिस्ट्रार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. […]
विरोध. भड़का नवनियुक्त व्याख्याता संघ
संगठन के अध्यक्ष ने कहा, रजिस्ट्रार से मिलने पर कहते हैं महत्वपूर्ण इश्यू नहीं है
भागलपुर : सिंडिकेट से अतिथि व्याख्याता को लेकर पारित प्रस्ताव को प्रोसिडिंग में नहीं लाने पर मंगलवार को नवनियुक्त अतिथि व्याख्याता संघ के सदस्य रजिस्ट्रार कार्यालय में भड़क गये. रजिस्ट्रार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. कुछ देर के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय में अफरातफरी का माहौल मचा रहा. मामला बिगड़ता देख रजिस्ट्रार को अलग कमरा में जाना पड़ा. मामले को लेकर संगठन के अध्यक्ष डॉ आनंद आजाद के नेतृत्व में संगठन के सदस्य कुलपति से मिले. अतिथि व्याख्याता प्रक्रिया को प्रोसिडिंग में नहीं लाये जाने पर आक्रोश प्रकट किया. संगठन ने कहा कि मामले को प्रोसिडिंग में नहीं लाया जाता है, तो विवि में उग्र आंदोलन किया जायेगा. अध्यक्ष ने रजिस्ट्रार व एसओ डॉ संजय कुमार सिंह को हटाने की मांग की.
डॉ आनंद आजाद ने बताया कि पांच दिसंबर को सिंडिकेट की बैठक हुई थी. इसमें सदस्य के समक्ष अतिथि व्याख्याता की पुन: बहाली को लेकर प्रस्ताव रखा गया था. सर्वसम्मति से सारे सदस्यों ने पुन: बहाली करने पर सहमति जतायी थी. सिंडिकेट से पारित प्रस्ताव को प्रोसिडिंग में नहीं लाया. सिंडिकेट में अतिथि व्याख्याता मामले को लेकर सदस्यों ने चर्चा की. इसका भी उल्लेख कहीं नहीं किया गया है. डॉ आनंद ने बताया कि मामले को लेकर रजिस्ट्रार प्रो शंभुनाथ चौधरी से मिले, तो उनका कहना है कि इतना महत्वपूर्ण इश्यू नहीं है. बात करने पर सही तरीके से जवाब नहीं दे रहे थे.
आवेदन की जांच के बाद कॉल किया जायेगा
कुलपति प्रो नलिनीकांत झा ने बताया कि 22 जनवरी तक अतिथि व्याख्याता के आवेदन जमा लेने की अंतिम तिथि है. फिर कमेटी आवेदन की जांच करेगी. उनका शैक्षणिक व अनुभव को देखा जायेगा. मानक के अनुरूप मिलने पर उनलोगों को कॉल किया जायेगा. उन्होंने बताया कि अतिथि व्याख्याता के विज्ञापन में उल्लेख किया गया कि बीपीएससी से शिक्षक आने के बाद तत्काल प्रभाव से संविदा रद्द कर दी जायेगी. जनवरी तक अतिथि व्याख्याता की बहाली की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी.