कीमत दोगुनी, भवन निर्माण 75 फीसदी बंद
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पूर्वी बिहार के रियल इस्टेट से जुड़े निवेशक व ग्राहक परेशान
भागलपुर : पिछले कई महीनों से बालू पर चल रहे अवरोध से रियल इस्टेट क्षेत्र की कमर टूट गयी है. पूर्वी बिहार समेत भागलपुर प्रक्षेत्र में 75 फीसदी भवन निर्माण का काम बंद हो गया है और 20 हजार से अधिक मजदूरों का रोजगार ठप है.
बिल्डरों के अनुसार घाटों से बालू उठाव को लेकर राज्य सरकार की नयी नीति के बाद बालू संकट पैदा हो गया. सारे निर्माण कार्य ठप पड़ गये और बालू की लागत दोगुनी हो गयी. निवेशकों व ग्राहकों के पैसे अटके पड़े हैं. इस क्षेत्र पर निर्भर कामगारों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
कन्फेडरेशन ऑफ रियल इस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया-भागलपुर चैप्टर के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने बताया कि झारखंड व बंगाल से आनेवाले बालू की गुणवत्ता कम है, कीमत भी दोगुनी हो गयी है. जो बालू 2800 रुपये प्रति सीएफटी मिल रही थी, आज 5000 से 5500 में भी उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार ने बालू घाटों पर बंदोबस्ती, ई चालान आदि की प्रक्रिया फिर से शुरू की है. उम्मीद है कि यह गतिरोध खत्म करने के लिए सरकार शीघ्र कदम उठायेगी.