बालू दुकानों को न तो लाइसेंस, न खनिज निगम काे मिला ऑफिस
अभी भी संशय बरकरार, कहां से होगी बालू की खरीद जनवरी से होगी बालू बिक्री जीपीएस लगा ट्रैक्टर का भी अता-पता नहीं भागलपुर : खनिज विभाग जिले में बालू बिक्री जनवरी से शुरू नहीं हो पायी है. अभी तक बालू दुकानों का लाइसेंस जारी नहीं हुआ है. नये बने खनिज निगम को ऑफिस के लिये […]
अभी भी संशय बरकरार, कहां से होगी बालू की खरीद
जनवरी से होगी बालू बिक्री जीपीएस लगा ट्रैक्टर का भी अता-पता नहीं
भागलपुर : खनिज विभाग जिले में बालू बिक्री जनवरी से शुरू नहीं हो पायी है. अभी तक बालू दुकानों का लाइसेंस जारी नहीं हुआ है. नये बने खनिज निगम को ऑफिस के लिये जगह का इंतजाम भी नहीं हो पाया. तीन घाट सन्हौला के महियामा व बथानी एवं जगदीशपुर के मानिकपुर की बंदोबस्ती हो गयी है. एक दर्जन और घाट चिह्नित हैं, जिनकी 24 जनवरी को नीलामी होगी. तभी वहां पर बालू खनन शुरू हो सकेगा. बालू को लेकर उहापोह जैसी स्थिति बनी हुई है. इस कारण आम लोग हैरान-परेशान हैं.
यह है स्थिति : बालू दुकानों के लिए लाइसेंस निर्गत करने का मामला लंबित है. यह पुराने व नये खनिज नीति के पेच में फंसा है. पुराने खनिज नीति पर रिटेलरों के चयन को रद्द कर नयी नीति से 75 रिटेलरों का चयन किया गया. जब लाइसेंस देने की बारी आयी, तो अब पुराने खनिज नीति पर रिटेलरों को चयन करने की बातें सामने आ रही है.
लंबे समय से बालू खनन पर रोक लगा है. तीन के बदले तेरह हजार में भी नहीं मिल रही बालू जिले में बालू को लेकर वीरानगी छायी हुई है. लोगों को समझ में नहीं आ रहा कि आखिर सरकार व प्रशासन इस दिशा में कारगर कदम क्यों नहीं उठा रही है. तीन हजार रुपये सीएफटी बालू आसानी से लोगों को न केवल मिल जाता था, बल्कि बालू लेने के लिए कारोबारी घर तक पहुंच कर आग्रह किया करते थे. स्थिति पूरी तरह से बदली गयी है. बालू का दाम आसमान छू रहा है.