दहशत में बीती रात, भय से पुलिस को नहीं की खबर

राजीव नगर में बमबाजी. कॉलोनी के लोगों में समाया है अपराधियों का डर भागलपुर : संतनगर के राजीव नगर में कोर्टकर्मी के घर रविवार रात बम धमाकों के बाद मोहल्लेवासी दहशत में आ गये थे. उनके भय का अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि धमाके बाद अपराधियों के खौफ की वजह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2018 5:43 AM

राजीव नगर में बमबाजी. कॉलोनी के लोगों में समाया है अपराधियों का डर

भागलपुर : संतनगर के राजीव नगर में कोर्टकर्मी के घर रविवार रात बम धमाकों के बाद मोहल्लेवासी दहशत में आ गये थे. उनके भय का अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि धमाके बाद अपराधियों के खौफ की वजह से उन्होंने रविवार रात पुलिस तक को इस बात की जानकारी नहीं दी. लोगों ने बताया कि इलाके में लगातार अभय यादव और कारू यादव द्वारा घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. पुलिस उन्हें पकड़ने के बजाय संरक्षण देती है.
दूसरों से सूचना पाकर पहुंची पुलिस.रविवार रात हुए बम धमाकों की घटना के 12 घंटे बीतने के बाद भी जब स्थानीय पुलिस को धमाके की सूचना नहीं मिली तो इलाके में आये एक बाहरी व्यक्ति ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी. यही नहीं पुलिस के शिथिल रवैये का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इलाके में तीन बम धमाकों की सूचना के बाद थाना से महज डेढ़ किलोमीटर होने के बावजूद पुलिस को इलाके में पहुंचने में करीब सवा घंटे लग गये.
हनुमान घाट के बजाय पुलिस पहुंची मधु चौक. बरारी थाना की पुलिस को अपने थाना क्षेत्र के भूगोल की भी जानकारी नहीं है. पुलिस को जब संतनगर स्थित हनुमान घाट के पास बम धमाके की सूचना दी गयी तो पुलिस मधु चौक पहुंच गयी. वहीं पूछे जाने पर पुलिस चालक ने बताया कि मधु चौक पर ही उनके गाड़ी का चक्का नाले में फंस गया था. बता दें कि मधु चौक और आसपास के इलाके में ही अभय और कारू का डेरा है. वहीं लोगों का आरोप है कि पुलिस धमाके की सूचना के बाद पुलिस उक्त अपराधियों को आगाह करने मधु चौक पहुंच गयी थी.
देर रात तक पुलिस के हाथ नहीं आयी सफलता. संतनगर इलाके में जहां तीन बम धमाके की घटना के 12 घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी. वहीं पुलिस के रवैये का पता महज इस बात से लगाया जा सकता है कि घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी मामले से जुड़ा कोई सबूत हाथ नहीं लगा. मामले में पीड़ित कोर्टकर्मी के पुत्र पिंटू सिंह द्वारा दिए लिखित आवेदन पर प्राथमिकी तो दर्ज तो कर ली गयी, पर मामले में पुलिस ने इलाके के अपराधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करना तो दूर वापस घटनास्थल पर मोहल्ले के लोगों से संबंधित जानकारी तक नहीं लेने गयी.
तीन माह की बच्ची की बाल बाल बची. जिस दीवार पर बमबाजी की गई ठीक उसी जगह घर का रोशनदान भी था. वहीं अगर बम दो इंच भी ऊपर चला जाता तो बम भीतर के उस कमरे में चला जाता, जिसमें तीन माह की बच्ची सोयी हुई थी.
पुलिस के सामने से बाबा हुआ फरार, हाथ धरी देखती रही पुलिस
विगत एक माह से पुलिस की नाम में दम करने वाला गौरव उर्फ बाबा की तलाश में छापेमारी के दौरान पुलिस के सामने से बाबा फरार हो गया. वहीं पुलिस हाथ धरी देखती रह गई. पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार देर रात बबरगंज और मोजाहिदपुर पुलिस की ओर से बाबा की तलाश में हुई छापेमारी के दौरान अलीगंज इलाके में बाबा को देखा गया. पुलिस को देखते ही बाबा एक छत से दूसरी छत कूदते हुए वह फरार हो गया. वहीं पुलिस हाथ धरी देखती रह गई. बता दें कि बाबा गिरोह के आतंक से जहां शहर का दक्षिणी क्षेत्र दहशत में है. मामले में पुलिस भी गिरोह को पकड़ने में फेल होती नजर आ रही है.
चला बम, तो इलाका बदनाम
रविवार देर रात संतनगर इलाके के जिस राजीव कॉलोनी में बम धमाका हुआ. वह मोहल्ला बम धमाकों और अपराध की घटनाओं के लिए बदनाम रहा है. करीब दो वर्ष पूर्व मोहल्ले में घर निर्माण करा रहे बिंदेश्वरी झा के घर पर बम विस्फोट किया गया था. इसके बाद मोहल्ले में चंदन चौधरी को मोटरसाइकिल में बांध जिंदा जला कर हत्या कर दी गयी थी. वहीं हिमांशु हत्याकांड भी उक्त मोहल्ले में ही घटित हुआ था. वहीं मोहल्ले के लोगों ने बताया कि उक्त राजीव कॉलोनी इलाके में खाली जमीनों और झाड़ियों में अपराधी छिपकर जुआ खेलते और नशा करते हैं.
यहां मांगी जाती रही रंगदारी
वर्तमान पीढ़ी जिस रंगबाजी टैक्स को केवल अब पुराने फिल्मों में देखती है वह रंगबाजी टैक्स आज भी बरारी क्षेत्र के अपराधियों और रहने वालों के लिए जिंदा है. इलाके में कोई भी जमीन खरीदे-बेेचे या घर का निर्माण करवाए. इलाके के दादाओं को इससे पहले रंगबाजी टैक्स चुकाना पड़ता है. जिसके बाद ही लोग जमीन का सौदा या निर्माण करा पाते हैं.
पांच बम धमाके, एक में भी सफलता नहीं
विगत एक माह में भीतर शहरी क्षेत्र के चार इलाकों में बम धमाके हो चुके हैं. वहीं इनमें से किसी भी मामलों में पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. कुछ मामले ऐसे भी हैं जहां बम विस्फोट के सबूत मिलने के बावजूद प्राथमिकी तक दर्ज नहीं करायी गयी.
20 दिसंबर 2017-बरारी स्थित बरगाछ चौक पर हुए बम धमाके के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करना तो दूर बम धमाके की बात को स्वीकार करने तक से इंकार कर दिया.
8 जनवरी 2018-सरेशाम बाबा गिरोह के गुर्गों ने हुसैनाबाद के समीप कटघर में सड़क पर तीन धमाके कर इलाके में दहशत फैला दी थी. हालांकि मामले में किसी ने भी पुलिस से शिकायत नहीं की थी.
8 जनवरी 2018-देर रात अलीगंज स्थित कोचिंग सेंटर के गेट पर बाबा गिरोह द्वारा बम धमाके के बाद कोचिंग संचालक द्वारा बबरगंज थाना में केस तो दर्ज कर लिया गया. पर अभी तक मामले में किसी तरह की सफलता नहीं मिली है.
11 जनवरी 2018-दिन दहाड़े अपराधियों ने विश्वविद्यालय के गेस्ट लेक्चरर डा. पवन शेखर के घर बमबाजी कर बाबा गिरोह ने बमबाजी कर दहशत फैला दिया था. भय से लेक्चरर ने केस दर्ज नहीं करवाया था.
13 जनवरी 2018-देर रात अलीगंज रोशनचक स्थित बाबा गिरोह के गुर्गों ने भैंस बथान में बम फेंका था. पर बम फटा ही नहीं. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच भी की थी.
14 जनवरी 2018-बरारी स्थित संत नगर में कोर्टकर्मी के घर बमबाजी से इलाका थर्राया. मामले में एक दिन बीतने के बाद भी पुलिस को नहीं मिली कोई सफलता.
कई लोगों ने घरों को किराया लगा छोड़ा, तो कई ने निर्माण ही नहीं कराया
मोहल्ले के रहने वाले लोगों ने बताया कि घर निर्माण कराने के बाद भी कई लोग ऐसे हैं जोकि अपने घरों को छोड़ दूसरे जगहों पर किराए का कमरा लेकर रह रहे हैं. तो कई लोगों ने जमीन खरीदने के बाद रंगबाजी टैक्स के डर से जमीन को दशकों से परती छोड़ दिया है. इलाके में अपराधी और उनके रंगबाजी टैक्स से हर कोई दहशत में है. वहीं कुछ लोगों ने अपने घर के निर्माण के वक्त इलाके के दादाओं को एक लाख रुपये रंगबाजी टैक्स चुकाने की बात कही. वहीं प्राथमिकी दर्ज कराने वाले पिंटू सिंह ने बताया कि चार वर्ष पूर्व घर बनाने के बाद इलाके में लगातार अपराधियों का आतंक देख उन्होंने अपने मकान को किराये पर लगा खुद आदमपुर में किराया पर परिवार के साथ रहते थे. पिछले छह माह से इलाका शांत होने के बाद वह वापस लौटे.
कई बमबाज गिरोह हैं सक्रिय
भागलपुर शहर के लिए बमबाजी की घटना अब आम हो चुकी है. आधे से अधिक बमबाज गिरोह वर्तमान में जेल की हवा खा रहे हैं. तो कुछ अभी भी खुलेआम बमबाजी कर इलाके में दहशत फैला रहे हैं. वर्तमान में दहशत फैलाने वाले गिरोह में बाबा गिरोह और बरारी गिरोह सक्रिय है.

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