दो संदिग्धों से गुप्त स्थान पर हो रही पूछताछ

तिलकामांझी लूट कांड. पुलिस ने बरारी व इशाकचक से एक-एक को उठाया वायरल हुई थी लूट-गोलीबारी की वीडियो, देख कर फरार हुए अपराधी भागलपुर : तिलकामांझी स्थित डाॅ सोमेन चटर्जी के क्लिनिक के नीचे दिनदहाड़े महिंद्रा शोरूम कर्मी से लूट और उसे गोली मारने के मामले में पुलिस अब तक दो लोगों को हिरासत में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2018 4:40 AM

तिलकामांझी लूट कांड. पुलिस ने बरारी व इशाकचक से एक-एक को उठाया

वायरल हुई थी लूट-गोलीबारी की वीडियो, देख कर फरार हुए अपराधी
भागलपुर : तिलकामांझी स्थित डाॅ सोमेन चटर्जी के क्लिनिक के नीचे दिनदहाड़े महिंद्रा शोरूम कर्मी से लूट और उसे गोली मारने के मामले में पुलिस अब तक दो लोगों को हिरासत में ले चुकी है. पुलिस उक्त लोगों को किसी गुप्त जगह पर रखकर गहन पूछताछ कर रही है. हालांकि मामले में अभी तक किसी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी. पुलिस के मुताबिक मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
मामले में पुलिस ने घटना के ही दिन एक संदिग्ध को बरारी इलाके से उठाया, तो दूसरे संदिग्ध को इशाकचक से हिरासत में लिया. जानकारी के अनुसार हिरासत में लिये गये संदिग्धों में किसी की फुटेज के आधार पर पहचान नहीं हुई है. पूछताछ के लिए लाये गये संदिग्ध सीसीटीवी फुटेज में मौजूद अपराधियों के करीबी हैं. उन्होंने पुलिस को वारदात को अंजाम देनेवाले अपराधियों के बारे में कई अहम जानकारी दी है, जिसके आधार पर पुलिस लगातार विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है. मामले को लेकर सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर ने बरारी इलाके में छापेमारी की है. वहीं पुलिस टीम ने इशाकचक के गुमटी संख्या 12 और बरहपुरा के इलाकों में छापेमारी की है. गुरुवार की शाम भी भागलपुर से सटे ग्रामीण इलाकों में पुलिस टीम ने छापेमारी की.
एवेंजर बाइक वालों की लिस्ट तैयार. मामले में पुलिस बाइकरों की तलाश के लिए परिवहन विभाग से मदद ले रही है. जानकारी के अनुसार पुलिस ने बजाज एवेंजर बाइक के मालिकों का पता लगाने के लिए परिवहन विभाग से संपर्क की है. चार माह पूर्व भी मानिक सरकार इलाके से एक एवेंजर बाइक चोरी हुई थी, जिसकी लिखित शिकायत जोगसर टीओपी में दर्ज करायी गयी थी.
वायरल फुटेज ने बढ़ायी पुलिस की परेशानी. घटना के बाद सोशल मीडिया पर वायरल सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है. मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम के एक सदस्य ने बताया कि घटना के ठीक बाद क्लिनिक के सीसीटीवी कैमरे में कैद फुटेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. पुलिस मान रही है कि अगर वीडियो वायरल नहीं हुआ होता, तो सभी अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होते. शहरवासी पुलिस की इस दलील को महज एक बहाना बता रहे हैं.

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