गोपाल मंडल के साढ़ू की गोली मार कर हत्या

नवगछिया : रंगरा ओपी थाना क्षेत्र के ज्ञानी दास टोला में शनिवार रात 11:30 बजे अज्ञात अपराधियों ने किसान सह प्रॉपर्टी डीलर शशिरंजन कुमार उर्फ रानो दास (45) की गोली मार कर हत्या कर दी. वह सोये हुए थे, उसी दौरान उनके सिर में गोली मारी गयी. शशिरंजन गोपालपुर के जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2014 5:30 AM

नवगछिया : रंगरा ओपी थाना क्षेत्र के ज्ञानी दास टोला में शनिवार रात 11:30 बजे अज्ञात अपराधियों ने किसान सह प्रॉपर्टी डीलर शशिरंजन कुमार उर्फ रानो दास (45) की गोली मार कर हत्या कर दी. वह सोये हुए थे, उसी दौरान उनके सिर में गोली मारी गयी. शशिरंजन गोपालपुर के जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल के सबसे छोटे साढ़ू थे. घटना की सूचना पर नवगछिया के एसपी शेखर कुमार, एसडीपीओ रामाशंकर राय, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार व थानाध्यक्ष पवन कुमार के साथ गांव पहुंचे और छानबीन की. शशिरंजन के घर की छत से सटी एक

दीवार पर पुलिस ने एक जिंदा कारतूस बरामद किया. छत की दीवारों व टीन पर कुछ अंगुलियों के निशान भी मिले हैं. देर रात नवगछिया सर्किल इंस्पेक्टर दिनेश कुमार के साथ रंगरा थानाध्यक्ष पवन कुमार भी दलबल के साथ वहां पहुंचे. रविवार को शव का पोस्टर्माटम हुआ. इस दौरान विधायक गोपाल मंडल भी मौजूद थे. गांव में ही देर शाम अंतिम सस्कार कर दिया गया.

इस संबंध में मृतक की पत्नी किरण देवी के बयान पर रंगरा ओपी में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. घटना पर रहस्य बरकरार है. पुलिस

कई बिंदू पर जांच कर रही है. अवैध संबंध के बिंदु पर भी शक है. वैसे पुलिस पक्के तौर पर मान रही है कि हत्या घरेलू विवाद में ही हुई है. पुलिस घर के सदस्यों को भी शक की निगाह से देख रही है. जानकारी के अनुसार शनिवार को गांव के ही बिद्यी के घर कुरसेला के समेली गांव से बरात आयी थी. बराती डीजे की धुन पर नाचते गाते शशि रंजन के घर के पास वाली सड़क से ही गुजर रहे थे. पीड़ित पत्नी किरण देवी के अनुसार उस समय घर के सभी लोग सोये हुए थे. डीजे की शोर के बीच गोली चलने की आवाज हुई. आवाज सुन कर किरण देवी और उनकी बेटी खुशबू कुमारी जग गयी. दोनों मां-बेटी बाहर दरवाजे पर आयी तो बारूद की गंध आयी. इस पर वो दोनों शशि रंजन के कमरे में गयीं, तो देखा कि उनका सिर खून से लथपथ था. यह देखते ही उन लोगों ने दरवाजे पर सो रहे शशिरंजन के पिता सत्येंद्र प्रसाद दास को जगाया. इस दौरान शोर सुन कर आसपास के कई लोग जुट गये. मृतक की पत्नी किरण देवी को आशंका है कि अपराधी घर के पीछे वाले रास्ते के पास पपीता के पौधे के सहारे आये होंगे और छत की सीढ़ी के रास्ते उस कमरे में घुस गये होंगे जहां पर शशिरंजन सोये थे.

20 साल पहले हुई थी भाई की हत्या : मालूम हो कि 20 वर्ष पहले डिमहा गांव के निरंजन मंडल व अन्य ने शशिरंजन के भाई संजय कुमार दास की हत्या कर दी थी. हत्या का कारण प्रेम प्रसंग था. बताया जाता है कि संजय हत्याकांड के सभी नामजदों की भी हत्या हो चुकी है. लेकिन, गौर करने वाली बात यह है कि जिस अंदाज में संजय कुमार दास की हत्या की गयी थी, ठीक उसी तरह शशिरंजन की भी हत्या की गयी है.

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