एसटीएफ ने टोपला को किया शाहकुंड पुलिस के हवाले
दरोगा अविनाश हत्याकांड पटना से देर शाम शाहकुंड पुलिस टोपला को लेकर पहुंची पुलिस के पूछताछ में टोपला ने खोले कई राज अकबरनगर/शाहकुंड : दरोगा अविनाश हत्याकांड का आरोपित टोपला यादव को मंगलवार एसटीएफ ने शाहकुंड पुलिस के हवाले पटना में किया. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस देर शाम टोपला को लेकर शाहकुंड थाना […]
दरोगा अविनाश हत्याकांड
पटना से देर शाम शाहकुंड पुलिस टोपला को लेकर पहुंची
पुलिस के पूछताछ में टोपला ने खोले कई राज
अकबरनगर/शाहकुंड : दरोगा अविनाश हत्याकांड का आरोपित टोपला यादव को मंगलवार एसटीएफ ने शाहकुंड पुलिस के हवाले पटना में किया. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस देर शाम टोपला को लेकर शाहकुंड थाना पहुंची. पुलिस टोपला से पूछताछ की. शाहकुंड थानाध्यक्ष ने बताया कि टोपला की गिरफ्तारी हरियाणा के बल्लभगढ़ में एसटीएफ ने किया था. पटना में एसटीएफ एसपी के पूछताछ के बाद टोपला को शाहकुंड पुलिस को सौंप दिया. उसे शाहकुंड थाने में कड़ी निगरानी में रखा गया है.
टोपला के आधा दर्जन मित्रों की जानकारी जुटा रही है पुलिस. टोपला की गिरफ्तारी को अकबरनगर, शाहकुंड पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है. लगातार चार वर्षों से फरार टोपला पुलिस के लिए सिरदर्द बना था. पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. टोपला ने अपने करीबी कई लोगों का नाम बताया है. पुलिस टोपला के करीबी लोगों तक पहुंचने का प्रयास करने में जुट गयी है. घटना के बाद टोपला जिस नाटकीय ढंग से फरार हुआ, इसका भी पुलिस के समक्ष खुलासा हो गया है. शाहकुंड थाना पुलिस को टोपला ने बताया कि वह घटना के दिन करीब 12 बजे अपने सहयोगी के साथ शाहकुंड बाजार आया था. खाने-पीने के दौरान ही पचरूखी के मुर्गा व्यवसायी से रंगदारी मांगने की योजना बनायी गयी थी. रंगदारी मांगने के दौरान व्यवसायी ने विरोध किया, तो पिस्टल का भय दिखाया. इस दौरान काफी संख्या में आसपास के लोग जुट गये, तो वह अपने सहयोगी के साथ खुलनी के रमनी बहियार निकल गया. टोपला जिस फैक्टरी में काम करता था, वहां कई महीनों से अनजान लोग काम मांगने थे. बेफिक्र होकर टोपला फैक्टरी में मुंशी का काम करता था. इस दौरान वह एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया.
कहां गुम हो गये टोपला के परिजन. टोपला की गिरफ्तारी के बाद परिजन अब तक सामने नहीं आये है. टोपला के गांव अकबरनगर बसंतपुर के घर पर सन्नाटा पसरा था. आसपास के लोगों ने बताया कि टोपला के घर परिजन कब आते-जाते हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं है. कयास लगाया जा रहा है कि टोपला के साथ ही पत्नी, बच्चे हरियाणा रहते थे. गिरफ्तारी के बाद पत्नी अपने बच्चे के साथ अलग रह रही है. गांव बसंतपुर सहित आसपास के लोग भी टोपला के बारे में खुल कर बोलने से परहेज कर रहे हैं.