CM नीतीश ने बटेश्वर गंगा पंप नहर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया, कहा- बिहार के साथ-साथ झारखंड को भी मिलेगा लाभ
कहलगांव/ भागलपुर : विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए हम पैसा देने को तैयार हैं, आप जमीन दीजिए. बिहार में एक तरफ नालंदा विश्वविद्यालय का पुनर्गठन हो रहा है, तो दूसरी ओर विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना हो रही है. इसके लिए सामाजिक स्तर पर अभियान चलाये जाने की जरूरत है. यह बातें सूबे के मुखिया […]
कहलगांव/ भागलपुर : विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए हम पैसा देने को तैयार हैं, आप जमीन दीजिए. बिहार में एक तरफ नालंदा विश्वविद्यालय का पुनर्गठन हो रहा है, तो दूसरी ओर विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना हो रही है. इसके लिए सामाजिक स्तर पर अभियान चलाये जाने की जरूरत है. यह बातें सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने गुरुवार को बटेश्वर स्थान गंगा पंप नहर परियोजना के उद्घाटन के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कही. जनसभा का आयोजन एनटीपीसी कैंपस में स्थित आम्रपाली क्रीड़ा मैदान में किया गया था. इससे पहले मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व जल संसाधन मंत्री आदि कहलगांव विधायक सदानंद सिंह के आवास पर गये.
विधायक सदानंद सिंह का खूब बखान किया
मुख्यमंत्री ने कहलगांव के विधायक सदानंद सिंह का खूब बखान किया. उन्होंने कहा कि यह सही बात है कि इस पंप नहर परियोजना के लिए श्री सिंह ने काफी मेहनत की है. वे बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रहे हैं और नौवीं बार यहां से विधायक हैं. वे एक वरिष्ठतम नेता हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट का लाभ बिहार के साथ-साथ झारखंड को भी मिलेगा. अभी झारखंड में कैनाल बन रहा है. इसके बनने के बाद उस कैनाल का मुंह बिहार की तरफ मोड़ते हुए बिहार के अन्य क्षेत्रों में सिंचाई की व्यवस्था की जायेगी. किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए विभिन्न स्तरों पर काम किया जा रहा है. हमें यह जानना होगा कि आखिर क्या कारण है कि 40 साल के बाद इस पंप नहर परियोजना का उद्घाटन हो रहा है. ललन सिंह के जल संसाधन मंत्री बनने के बाद जल संसाधन विभाग के बाढ़ नियंत्रण और सिंचाई दोनों विभागों को अलग किया गया. इसके बाद काम में तेजी आ गयी है. मैकेनिकल इंजीनियर की बिहार में कमी है, जिसे दूर किया जा रहा है. अब सिंचाई विभाग में संस्थागत सुधार हो रहा है.
काम खुद बोलता है, इसे कहने की जरूरत नहीं होती
सीएमनीतीश कुमार ने कहा कि 2008 से 2012, 2012 से 2017 और 2017 से 2022 तक का तीन कृषि रोड मैप बना है. हम यह मानते हैं कि जो खेत में काम करते हैं, वे किसान हैं. उनकी आमदनी बढ़ाना सरकार का उद्देश्य है. हम यह चाहते हैं कि हिंदुस्तान की हर थाल में बिहारी व्यंजन परोसे जाएं. बिहार में 76 प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर हैं. सितंबर में जब ट्रायल के दौरान कैनाल टूटा था, तो कितनी पीड़ा हुई, नहीं बता सकते हैं. हम लोगों के बिना वजह के तर्क में नहीं उलझते. हम सेवा में और काम करने में विश्वास करते हैं. काम खुद बोलता है, इसे कहने की जरूरत नहीं होती.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल के अंत तक हर इच्छुक व्यक्ति के घर में बिजली पहुंच जायेगी. हमने जो वादा किया था कि हर गांव में बिजली पहुंचा देंगे, वह पूरा हो चुका है. 2011 में लोक सेवा कानून बनाया. अब तक दो करोड़ से भी अधिक लोगों की शिकायत दूर की जा चुकी है. देश में कहीं भी इस तरह का काम नहीं हो रहा है. इस कानून का अनुपालन नहीं करनेवाले और गड़बड़ी करनेवाले सरकारी सेवा से निकाले जा सकते हैं. एनटीपीसी अपनी पुरानी तकनीक को बदल कर आधुनिक बनाये, ताकि कम प्रदूषण हो.
अभियान में सबका सहयोग जरूरी
शराबबंदी पर सीएम ने कहा कि हम जानते हैं कि अब भी कुछ धंधेबाज होंगे. कुछ सरकारी मदद भी लेते होंगे, लेकिन ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए एक माह के अंदर एक तंत्र डेवलप हो जायेगा. उसमें आइजी स्तर के पदाधिकारी नेतृत्व करेंगे. हर ट्रांसफारमर पर एक बोर्ड लगा मिलेगा, इसमें एक नंबर होगा. कहीं भी दारू बिकता हुआ दिखे, तो तुरंत उस नंबर पर काॅल करना है. काॅल करनेवाले का नाम गुप्त रखा जायेगा, लेकिन की गयी कार्रवाई से उन्हें अवगत जरूर कराया जायेगा. बल विवाह व दहेज प्रथा के खिलाफ सरकार द्वारा छेड़े गये अभियान के बाबत कहा कि इसमें सभी लोगों को सहयोग करना होगा. सरकार अभियान चलाये और आप तरे-तर दहेज ले लें, तो अभियान खत्म हो जायेगा.
कार्यक्रम में ये थे मौजूद
जनसभा में राज्यसभा सांसद कहकशां परवीन, विधायक सदानंद सिंह, एमएलसी डाॅ संजीव कुमार सिंह, डाॅ एनके यादव, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय, जदयू जिलाध्यक्ष विभूति गोस्वामी, प्रखंड प्रमुख नूतन देवी, नगर पंचायत अध्यक्ष बबीता देवी, प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार, आइजी सुशील मानसिंह खोपड़े, जिलाधिकारी आदेश तितरमारे, डीआइजी विकास वैभव व एसएसपी मनोज कुमार आदि मौजूद थे. सभा में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व जल संसाधन मंत्री आदि को जदयू व कांग्रेस द्वारा अलग-अलग माला पहनाकर स्वागत किया गया. पंप हाउस में विधायक सदानंद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीष कुमार को बुके देकर स्वागत किया और मुख्यमंत्री ने भी बुके देकर विधायक का स्वागत किया.
पुरानी बीमारी ठीक करने का सौभाग्य नीतीश को: मोदी
उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पुरानी बीमारी ठीक करने का सौभाग्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिला है. जिस पुरानी पंप नहर योजना को कोई शुरू नहीं कर पाया, उसका उद्घाटन करने का सौभाग्य श्री कुमार को मिला है. विक्रमशिला विवि के लिए जमीन का प्रावधान जल्द हो जायेगा. भागलपुर से कहलगांव तक डाॅल्फिन अभयारण्य का दर्शन करने की व्यवस्था वन एवं पर्यावरण विभाग ने की है. एक 24 शीटर मोटर बोट का जल्द उद्घाटन होगा. उन्होंने कहा कि पहली बार जब टिकट मिलने के बाद कहलगांव आया था, तो यहां के लोगों का इतना स्नेह मिला कि जीतकर लोकसभा पहुंचे थे. बिजली के लिए कभी भागलपुर में गर्मी के दिनों में दो-चार बार बंदी हो जाया करती थी. इसके लिए कहलगांव में गोली तक चली, लेकिन आज बिहार के हर गांव में बिजली है. कुछ टोले बचे हुए हैं, जल्द वहां भी बिजली पहुंच जायेगी. अब खेत व घर के लिए अलग-अलग फीडर होगा. उन्होंने कहा कि सदानंद सिंह के घर पर गया, तो वहां उनकी मां से आशीर्वाद लेने का अवसर मिला.
कांग्रेस, राजद और शरद पर ललन का तीखा प्रहार
जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि बटेश्वर स्थान गंगा पंप नहर परियोजना का निर्माण 14 करोड़ से शुरू हुआ था. आज यह 390 करोड़ पर पूरी हो रही है. इससे बिहार व झारखंड को फायदा मिलेगा. कैनाल निर्माण में जमीन की कुछ अड़चन है, जिसे जल्द दूर कर ली जायेगी. 2017 में ही इस परियोजना का उद्घाटन होना था, लेकिन इससे पहले हुए ट्रायल में नहर टूट गया. बहुत हल्ला हुआ. किसी का बिना नाम लिये उन्होंने कांग्रेस, राजद और शरद यादव पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि नहर टूटने के बाद लोग घोटाला, भ्रष्टाचार की बात करने लगे. इसके बाद इसकी जांच डीएम व एनटीपीसी के स्तर से करायी. जांच कमेटी में जल संसाधन विभाग के किसी भी अधिकारी को नहीं रखा. रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि अंडरपास का निर्माण 1992-94 में हुआ था और काम मार्च 2005 में पूरा हुआ था.
उन्होंने सवाल उठाया कि 1992 और मार्च 2005 तक बिहार में कौन शासन कर रहा था. उलटे चोर कोतवाल को डांटे. एनटीपीसी ने अंडरपास के निर्माण में चूक स्वीकारते हुए इसका निर्माण कराया. जिस व्यक्ति (नीतीश कुमार) ने बिहार के विकास की नींव रखी और बिहार का नाम विश्व में पहुंचाया, उन्हीं पर भ्रष्टाचार का आरोप और जिन्होंने हजारों करोड़ की बेनामी संपत्ति बनायी, वो लगता है सेवा करने आये थे. आपको हिसाब देना चाहिए जनता को कि क्यों टूटा अंडरपास. शरद यादव का बिना नाम लिये कहा कि वे 45 साल से राजनीति कर रहे हैं और डैम व नहर में अंतर पता नहीं है.
खुश हूं कि मेरी ड्रीम योजना पूरी हो गयी : सदानंद
कहलगांव के विधायक सदानंद सिंह ने कहा कि बटेश्वर स्थान गंगा पंप नहर परियोजना मेरी ड्रीम योजना थी. आज खुश हूं कि 40 साल बाद यह पूरी हो गयी. बीच में यह काम रूक गया था. 2010 से काम में तेजी आयी. बार-बार मांग उठाते रहे. आभारी हूं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कि आज इसे मूर्त रूप में सभी देख रहे हैं. एनटीपीसी की स्थापना के लिए दिन-रात एक कर मेहनत की थी, लेकिन लोगों की अपेक्षित आशाएं पूरी नहीं हो पायी. ऐश डाइक काफी उड़ती है. लोग बीमार पड़ रहे हैं. पौधरोपण नहीं हो रहा है. स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही. उन्होंने मुख्यमंत्री से एनएच 80 के शेष काम को जल्द पूरा करने का अनुरोध किया. विक्रमशिला विवि के साथ-साथ इसके भग्नावषेश पर पुरातात्विक कार्य शुरू करने की भी मांग की.
परियोजना से जुड़ी खास बातें:
–27603 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई करने की है प्लांट की क्षमता
–18620 हेक्टेयर भागलपुर की जमीन पर होगी सिंचाई
–4038 हेक्टेयर गोड्डा की जमीन पर होगी सिंचाई
–20566 हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई से मिलेगा खरीफ फसल को लाभ
–7037 हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई से मिलेगा रबी फसल को लाभ
–43.34 किलोमीटर बिहार व झारखंड में फैला है परियोजना का मुख्य नहर
–112.12 किलोमीटर में फेला है परियोजना का ब्रांच नहर