क्या साइट है! अविश्वसनीय और अनोखा, पूरे विश्व में हो विक्रमशिला का प्रचार : राज्यपाल
भागलपुर : क्या साइट है! अविश्वसनीय और अनोखा! इसका प्रचार-प्रसार पूरी दुनिया में होना चाहिए. ऐतिहासिक धरोहर विक्रमशिला को देखने के बाद बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विजिटर डायरी में लिखकर अपने उद्गार व्यक्त किये. राज्यपाल शुक्रवार को अपने निजी दौरे पर विक्रमशिला पहुंचे. वह हेलीकॉप्टर से एनटीपीसी के हेलीपैड पर उतरे. वहां से […]
भागलपुर : क्या साइट है! अविश्वसनीय और अनोखा! इसका प्रचार-प्रसार पूरी दुनिया में होना चाहिए. ऐतिहासिक धरोहर विक्रमशिला को देखने के बाद बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विजिटर डायरी में लिखकर अपने उद्गार व्यक्त किये. राज्यपाल शुक्रवार को अपने निजी दौरे पर विक्रमशिला पहुंचे. वह हेलीकॉप्टर से एनटीपीसी के हेलीपैड पर उतरे. वहां से एनटीपीसी गेस्ट हाउस ‘मानसरोवर’ पहुंचे. वहां से सड़क मार्ग से विक्रमशिला प्राचीन विश्वविद्यालय पहुंचे.
एनटीपीसी के हेलीपैड पर उतरते ही भागलपुर के आइजी सुशील मान सिंह खोपड़े, प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार, डीआइजी विकास वैभव, डीएम आदेश तितरमारे, एसएसपी मनोज कुमार, तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ नलिनी कांत झा, प्रतिकुलप्रति डॉ रामयतन प्रसाद व एनटीपीसी के महाप्रबंधक ने बुके देकर उनका स्वागत किया. कुलपति ने अंगवस्त्र से भी सम्मानित किया. विक्रमशिला पहुंचने पर पुरातत्व सहायक अनुराग कुमार ने संरक्षण सहायक रमेश कुमार के साथ राज्यपाल काे बुके भेंट कर उनका स्वागत किया. बिहार पुलिस की ओर से उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
विक्रमशिला देखने के बाद मानसरोवर गेस्ट हाउस में राज्यपाल ने पत्रकारों को संबोधित किया. उन्होंने बताया कि विक्रमशिला का म्यूजियम देखकर मैं अभिभूत हूं. यहां की वस्तुएं काफी दुर्लभ हैं. विक्रमशिला को अंतरराष्ट्रीय छवि देना बहुत जरूरी है. वर्तमान में विक्रमशिला अन्य बौद्ध स्थलों से कटा हुआ है. तत्काल इसे सुगम बनाया जाये, ताकि आसानी से लोग आ-जा सकें. उन्होंने विक्रमशिला की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मैं सरकार से बात कर इसे इसका वास्तविक स्वरूप दिलाने के लिए प्रयास करूंगा.
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