टीएमबीयू : प्राचार्य नियुक्ति का मामला अटका

पूर्व के आवेदकों ने जताया प्राचार्य पद पर हक, पहुंचे हाइकोर्ट हाइकोर्ट के आदेश के बाद नियुक्ति प्रक्रिया आगे बढ़ेगी भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के 24 कॉलेजों के लिए प्राचार्य पद पर शुरू हुई नियुक्ति प्रक्रिया फिलहाल थम गयी है. मामला हाइकोर्ट पहुंच चुका है. विश्वविद्यालय प्रशासन हाइकोर्ट के आदेश का इंतजार कर रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2018 5:21 AM
पूर्व के आवेदकों ने जताया प्राचार्य पद पर हक, पहुंचे हाइकोर्ट
हाइकोर्ट के आदेश के बाद नियुक्ति प्रक्रिया आगे बढ़ेगी
भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के 24 कॉलेजों के लिए प्राचार्य पद पर शुरू हुई नियुक्ति प्रक्रिया फिलहाल थम गयी है. मामला हाइकोर्ट पहुंच चुका है. विश्वविद्यालय प्रशासन हाइकोर्ट के आदेश का इंतजार कर रहा है, ताकि नियुक्ति प्रक्रिया आदेश के मुताबिक शुरू की जा सके.
दरअसल पूर्व कुलपति डॉ प्रेमा झा के कार्यकाल में 16 प्राचार्यों की नियुक्ति हुई थी. बाद में उस नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर कुछ शिक्षक अदालत की शरण में चले गये थे.
बाद में सभी प्राचार्यों को अदालत के आदेश के बाद पद से हटा दिया गया था. इसके बाद कई अन्य कॉलेजों के भी प्राचार्य रिटायर कर गये और खाली पदों की संख्या 16 से बढ़ कर 24 हो गयी. फिर कुलपति प्रो नलिनी कांत झा ने नये सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की और आवेदन आमंत्रित किया. दर्जनों शिक्षकों ने आवेदन किया भी. लेकिन पूर्व के शिक्षकों ने हाइकोर्ट में यह दावा कर दिया कि प्राचार्य पद पर नियुक्ति का उनका पहला हक बनता है.
हाइकोर्ट ने विवि से अपना पक्ष रखने को कहा. इस बाबत जानकारी देते हुए रजिस्ट्रार प्रो एसएन चौधरी ने बताया कि विवि ने अपना पक्ष हाइकोर्ट को दे दिया है. उन्होंने बताया कि विवि ने अपना पक्ष रखा है कि नये सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया की जा रही है. पूर्व के लोग उस समय एलिजिबल हो सकते हैं. लेकिन विवि चाहता है कि नये सिरे से हो रही नियुक्ति में सभी को आवेदन करने का बराबर मौका मिले.

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