गर्मी की दस्तक, फिर भी जर्जर लाइन का नहीं हो रहा मेंटेनेंस
धूप में तल्खी, बिजली कटौती से बढ़ने लगी परेशानी धूप में तल्खी बढ़ने लगी है. लोगों का सड़कों पर निकलना धीरे-धीरे दुश्वार होने लगा है. दोपहर में घर से निकले लोग पसीने से तर-बतर हो रहे हैं. शहर के अलग-अलग इलाकों में अघोषित कटौती लोगों को परेशान करने लगी है. रविवार को दिन में जहां […]
धूप में तल्खी, बिजली कटौती से बढ़ने लगी परेशानी
धूप में तल्खी बढ़ने लगी है. लोगों का सड़कों पर निकलना धीरे-धीरे दुश्वार होने लगा है. दोपहर में घर से निकले लोग पसीने से तर-बतर हो रहे हैं.
शहर के अलग-अलग इलाकों में अघोषित कटौती लोगों को परेशान करने लगी है. रविवार को दिन में जहां बिजली आंख मिचौनी होती रही, वहीं रात में अघोषित कटौती की गयी. रात 10 बजे से सुबह तक लगभग हर इलाके में थोड़ी-थोड़ी देर पर बिजली गुल होती रही. कटौती से रात में मच्छरों का प्रकोप भी लोगों को सोने नहीं दे रहा है.
जर्जर संसाधन भी बनने लगा संकट का कारण
जर्जर विद्युत संसाधन भी बिजली संकट का कारण बनने लगे हैं. गर्मी में विद्युत संसाधन जवाब दे जाते हैं, तो कहीं ओवरलोड के चलते कटौती शुरू हो जाती है. इतना ही नहीं कुछ जगहों पर तारों में फाॅल्ट होने से कटौती होती है.
गर्मी के दिनों में बिजली की कमी नहीं होगी. निर्बाध रूप से आपूर्ति होगी. ऐसा नहीं है कि मेंटेनेंस नहीं कराया गया है. मेंटेनेंस कार्य के तहत जगह-जगह उपकरणों को बदला गया है. आगे भी उपकरणों को बदला जा रहा है. दूसरे कामों के लिए लिया जाने वाला शट डाउन में ही कई बार 33 व 11 केवी लाइन का मेंटेनेंस कराया गया है.
एसपी सिंह, उपमहाप्रबंधक सह अधीक्षण अभियंता, एसबीपीडीएीएल