आकाशवाणी कर्मी के खाते से 60 हजार उड़ाये
जालसाजी. बैंक प्रबंधक बनकर दिया झांसा भागलपुर : शहर के दो थाना क्षेत्र में शुक्रवार को बैंक खाते और एटीएम से धोखाधड़ी कर पैसे उड़ाने के दो मामले में सामने आए. जोगसर थाना क्षेत्र के आकाशवाणी कॉलोनी में रहने वाले आकाशवाणी कर्मी को फर्जी बैंक प्रबंधक बनकर फोन कर उनके बैंक खाते से करीब 60 […]
जालसाजी. बैंक प्रबंधक बनकर दिया झांसा
भागलपुर : शहर के दो थाना क्षेत्र में शुक्रवार को बैंक खाते और एटीएम से धोखाधड़ी कर पैसे उड़ाने के दो मामले में सामने आए. जोगसर थाना क्षेत्र के आकाशवाणी कॉलोनी में रहने वाले आकाशवाणी कर्मी को फर्जी बैंक प्रबंधक बनकर फोन कर उनके बैंक खाते से करीब 60 हजार रुपये उड़ा लिए गए.
उक्त मामले में शिकायतकर्ता ने डीआइजी कार्यालय में लिखित आवेदन दिया है. तो दूसरी तरफ तिलकामांझी थाना क्षेत्र में इंडियर ओवरसीज बैंक के एटीएम से पैसे निकासी के लिए गए एक व्यक्ति का एटीएम बदल शातिरों ने 26 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली. मामले में शिकायतकर्ता द्वारा तिलकामांझी थाना में केस दर्ज कराया गया है. भागलपुर आकाशवाणी में अभियंत्रण सहायक पद पर कार्यरत बिपिन कुमार बिहारी द्वारा डीआइजी कार्यालय में दिए गए आवेदन के मुताबिक विगत 7 मार्च को बिपिन कुमार बिहारी के फोन नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने भारतीय स्टेट बैंक का प्रबंधक बनकर खाते की विस्तृत जानकारी मांगी.
उक्त जानकारियों फोन करने वाले व्यक्ति को उपलब्ध कराने के कुछ ही देर बाद उनके मोबाइल पर सुबह 10.23 बजे से 10.34 बजे के बीच पैसों के निकासी के चार मैसेज आए. जिसमें एक बार 29999 रुपये और 9,999 रुपये के तीन बार निकासी की जानकारी थी. बैंक खाते का विवरण निकालने पर उन्होंने देखा कि उनके बैंक खाते से 59996 रुपये की अवैध निकासी कर ली गयी थी.
एटीएम कार्ड बदलकर 26 हजार रुपये की निकासी
तिलकामांझी थाना क्षेत्र में मौजूद इंडियण ओवरसीज बैंक के एटीएम में मदद करने के नाम पर एक शातिर ने एटीएम कार्ड बदलकर 26 हजार रुपये की निकासी कर ली. मामले में भीखनपुर स्थित इस्लामनगर निवासी निखत रहमान ने तिलकामांझी थाना में धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है.
दिए गए लिखित आवेदन के मुताबिक विगत 5 मार्च 2018 को तिलकामांझी स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के एटीएम में शिकायतकर्ता के पति को पैसे निकासी करने में मदद के नाम पर एटीएम ले लिया और उसमें से चार हजार रुपये की निकासी कर एटीएम और पैसे दे दिए. इसी बीच उसने कब एटीएम बदल लिया यह पता नहीं चला. बैंक खाता का विवरण जांच कराने पर पता चला कि चार हजार निकासी करने के कुछ ही देर बाद उक्त एटीएम से ही 26 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली गई.