मां दुर्गा की आराधना भक्तिमय हुआ शहर
भागलपुर : वासंती (चैती) दुर्गा पूजा को लेकर रविवार को कलश स्थापना के साथ चैत्र नवरात्र पूजन का शुभारंभ हो गया. प्रतिपदा तिथि शनिवार शाम से ही शुरू हो गयी थी जो रविवार शाम तक रहेगी. कलश स्थापना शुभ मुहूर्त दोपहर तक श्रेष्ठ था. सभी स्थानों पर कलश की स्थापना की गयी. दुर्गा सप्तशती पाठ […]
भागलपुर : वासंती (चैती) दुर्गा पूजा को लेकर रविवार को कलश स्थापना के साथ चैत्र नवरात्र पूजन का शुभारंभ हो गया. प्रतिपदा तिथि शनिवार शाम से ही शुरू हो गयी थी जो रविवार शाम तक रहेगी. कलश स्थापना शुभ मुहूर्त दोपहर तक श्रेष्ठ था. सभी स्थानों पर कलश की स्थापना की गयी. दुर्गा सप्तशती पाठ से पूरा शहर गुंजायमान होता रहा. शहर में भक्तिमय वातावरण बन गया.
कहीं बांग्ला तो कहीं वैदिक विधि-विधान से पूजा : शहर के बूढ़ानाथ मंदिर, मशाकचक स्थित दुर्गाबाड़ी, मानिक सरकार स्थित छोटी दुर्गाचरण स्कूल परिसर, मानिकपुर, नाथनगर कर्णगढ़, नरगा मोहनपुर, अलीगंज, चौधरीडीह महमदाबाद, तिलकामांझी आदि स्थानों पर चैती दुर्गा मां की पहली पूजा हुई. बूढ़ानाथ मंदिर में वैदिक विधि-विधान से सुबह कलश स्थापित की गयी. बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मीकी सिंह ने बताया यहां रोजाना दुर्गा सप्तशती पाठ होगा. आदमपुर स्थित शिवशक्ति मंदिर में महंत अरुण बाबा के संचालन में रात्रि आठ बजे हवन-यज्ञ शुरू हुआ.
दुर्गाबाड़ी व दुर्गाचरण स्कूल में बांग्ला विधि से पूजन : आर्य धर्म प्रचारिणी सभा(हरि सभा) व भागलपुर दुर्गाबाड़ी की ओर से चौथी बार वासंती दुर्गा पूजा हुई.
यहां पर बांग्ला विधि-विधान से पूजा-अर्चना हुई. हालांकि बांग्ला विधि-विधान से कलश स्थापना पंचमी पूजा पर होगी. दुर्गाबाड़ी के सचिव सुब्रतो मोइत्रा ने बताया पंचमी पूजा को कलश स्थापना के बाद ही प्रतिमा को वेदी पर स्थापित की जायेगी. शारदीय पूजा में बोधन होता है, लेकिन इसमें नहीं. महाअष्टमी के दिन अन्नपूर्णा पूजन भी होगा. रामनवमी के दिन भगवान राम की भी पूजा होगी.
मानिक सरकार स्थित छोटी दुर्गा चरण स्कूल परिसर में भागलपुर वासंती पूजा कमेटी की ओर से चैती दुर्गा मां की पूजा शुरू की गयी. पहली पूजा पर तरुण घोष, अशोक सरकार, तापस घोष आदि शामिल हुए. मानिकपुर में वैदिक विधि से कलश स्थापित की गयी.