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मुकदमा करवा कीजिए या गोली चलवा दीजिए, पर मजाक करने तो मत आइए

भागलपुर : बहाली प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से आमरण-अनशन पर अतिथि व्याख्याता अभ्यर्थी बैठे हैं. रविवार को उनसे मिलने के लिए तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू प्रो योगेंद्र, प्रोक्टर प्रो विलक्षण रविदास व पीआरओ प्रो मनोज कुमार गये थे. प्रोक्टर प्रो रविदास ने जैसे ही कहा कि उनकी मांग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 26, 2018 9:19 AM
भागलपुर : बहाली प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से आमरण-अनशन पर अतिथि व्याख्याता अभ्यर्थी बैठे हैं. रविवार को उनसे मिलने के लिए तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू प्रो योगेंद्र, प्रोक्टर प्रो विलक्षण रविदास व पीआरओ प्रो मनोज कुमार गये थे.
प्रोक्टर प्रो रविदास ने जैसे ही कहा कि उनकी मांग विवि स्तर से पूरी नहीं की जा सकती और कानूनी रास्ते से अपनी बात रखें. अभी छात्र संघ चुनाव चल रहा है, आमरण-अनशन से चुनाव में बाधा होगी. इस पर अनशन पर बैठे डॉ आनंद आजाद भड़क गये. डॉ आजाद ने कहा कि मुकदमा कर दीजिए या गोली चलवा दीजिए, लेकिन इस तरह का मजाक मत कीजिए. प्रोक्टर का कहना था कि 23 मार्च को हुई बैठक में सिंडिकेट ने अतिथि व्याख्याता की नियुक्ति प्रक्रिया को अस्वीकृत कर दिया है.
नियुक्ति और पोस्टिंग में अंतर बिना समझे लगा दी रोक : प्रोक्टर ने कहा कि राजभवन ने भी मुंगेर विश्वविद्यालय की स्थापना के चलते ट्रांसफर व पोस्टिंग पर लगा दी है. इस कारण अतिथि व्याख्याता की नियुक्ति पर रोक लगायी गयी है.
डॉ आजाद ने कहा कि पोस्टिंग का मतलब नियुक्ति के बाद पदस्थापन होता है और यह अतिथि व्याख्याताओं की नियुक्ति की प्रक्रिया है. राजभवन के रोक लगाने से पहले से ही यह प्रक्रिया चल रही थी, तो बाद में आया आदेश इस पर कैसे लागू हो सकता है. तीन अनशनकारियों की स्थिति ठीक नहीं थी. अनशन पर बैठे सभी पांच सदस्यों के स्वास्थ्य की जांच चिकित्सक ने की.

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