सालभर गति धीमी, अंत समय में बढ़ायी रफ्तार

कृषि विभाग से आये फंड का खर्च एक माह में 37 फीसदी से बढ़कर पहुंची 70 फीसदी भागलपुर : मार्च क्लोजिंग के साथ ही कृषि विभाग ने किसानों को योजना का लाभ पहुंचाने के लिए एक माह में दोगुना खर्च किया और दर 37 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी पर पहुंच गया. इससे किसानों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2018 4:57 AM

कृषि विभाग से आये फंड का खर्च एक माह में 37 फीसदी से बढ़कर पहुंची 70 फीसदी

भागलपुर : मार्च क्लोजिंग के साथ ही कृषि विभाग ने किसानों को योजना का लाभ पहुंचाने के लिए एक माह में दोगुना खर्च किया और दर 37 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी पर पहुंच गया. इससे किसानों को समय पर सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल सका. सालोंभर निकासी धीमी रही और आखिरी समय में अचानक निकासी में तेजी आ गयी. जिला कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार झा के अनुसार पिछले वित्तीय वर्ष में भी 70 प्रतिशत फंड खर्च किये गये थे. इस बार भी 70 प्रतिशत पहुंच गया.
संयुक्त कृषि निदेशक शंकर चाैधरी ने बताया कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय को बिल ट्रेजरी में देना था. पिछले वर्ष कौशल विकास मिशन का उपयोगिता प्रमाण पत्र समय पर नहीं दिया जा सका. महालेखाकार को डाटा भेजा जाता, तो एनओसी मिलती. इसके बाद ही फंड रिलिज होता. यह राशि लगभग पांच करोड़ की थी, जिसे खर्च करना था. इस कारण देरी हुई.
इन पर होने थे खर्च
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना, जैविक खेती योजना, कृषि यांत्रिकीकरण योजना, अन्न भंडारण योजना

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