गुरुद्वारा में धूमधाम से मना बैसाखी उत्सव, आइजी सुशील मान सिंह खोपड़े ने लिया आशीर्वाद

भागलपुर : खालसा मेरो रूप है खास, खालसे में हो करो निवास…उक्त शबद-कीर्तन पटना से पधारे रागी जत्था भाई नवेंदर सिंह ने रविवार को बैसाखी उत्सव पर गुरुद्वारा में गाया तो, श्रद्धालु भाव-विभोर हो गये. गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में 319वां बैसाखी गुरु पर्व खालसा के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जा रहा था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2018 9:08 AM
भागलपुर : खालसा मेरो रूप है खास, खालसे में हो करो निवास…उक्त शबद-कीर्तन पटना से पधारे रागी जत्था भाई नवेंदर सिंह ने रविवार को बैसाखी उत्सव पर गुरुद्वारा में गाया तो, श्रद्धालु भाव-विभोर हो गये. गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में 319वां बैसाखी गुरु पर्व खालसा के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जा रहा था. बैसाखी गुरु पर्व में आइजी सुशील मान सिंह खोपड़े ने शामिल होकर कहा कि श्रद्धालुओं के बीच आकर अच्छा लगा. गुरु वाणी को ग्रहण किया. यहां पर सद्भाव का माहौल है.
गुरु गोबिंद सिंह ने की थी खालसा की स्थापना : गुरुद्वारा ग्रंथी सरदार जसपाल सिंह ने पीओ पाहुल खंडेधार, वे जनम सोहेला, वाहो-वाहो गुरु गोबिंद सिंह, आपे गुरु चेला… भजन गाया तो माहौल भक्तिमय हाे गया. सरदार त्रिलोचन सिंह ने कहा कि 1699 में गुरु गोिबंद सिंह ने बैसाखी के दिन देश की एकता, अखंडता एवं धर्म निरपेक्षता के लिए पंच प्यारी को अमृत पिला जीवित करने का कार्य किया. तभी से इसे साधना दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं. यह 319वां साधना दिवस है. बैसाखी को सिख नववर्ष के रूप में भी मनाते हैं.
मीडिया प्रभारी सरदार हर्षप्रीत सिंह ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह ने जयकारा का नारा दिया वाहे गुरु का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह. विश्व के इतिहास में यह पहला मौका है, जब गुरु ने अपने शिष्यों से दीक्षा ली. जसपाल सिंह ने कहा आज वैशाखी के दिन हमें आदर्श को कायम रखने के लिए संघर्षरत रहना है, तभी देश की एकता की रक्षा हो सकती है. कार्यक्रम का समापन अरदास से हुआ.
पंगत में बैठकर छका लंगर
विभिन्न समुदाय से आये सैकड़ों लोगों ने भाइचारा बनाने के लिए एक साथ पंगत में बैठ कर लंगर छका. बैसाखी समारोह में एनसीसी के पदाधिकारियों ने अपनी सेवाएं दी.
आयोजन में प्रभात खबर के स्थानीय संपादक जीवेश रंजन सिंह, अध्यक्ष खेमचंद बचयानी, सचिव त्रिलोचन सिंह, हरचरण सिंह भंडारी, सरदार हर्षप्रीत सिंह, हरविंदर सिंह, जसविंदर कौर, जयंती बचयानी, विनोद नागपाल, सरदार जसवंत सिंह, मीरा सौरी व अन्य लोग उपस्थित थे.

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