सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का भूमि पूजन मई में : चौबे
केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने अधिकारियों के साथ की बैठक भागलपुर : केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने रविवार को भागलपुर, पटना और गया में बनने वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को लेकर स्वास्थ्य विभाग और सीपीडब्लूडी के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कई दिशा-निर्देश जारी किये. […]
केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने अधिकारियों के साथ की बैठक
भागलपुर : केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने रविवार को भागलपुर, पटना और गया में बनने वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को लेकर स्वास्थ्य विभाग और सीपीडब्लूडी के अधिकारियों के साथ बैठक की.
इस दौरान उन्होंने कई दिशा-निर्देश जारी किये. बैठक के बाद प्रेस वार्ता में मंत्री ने कहा कि भागलपुर में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के लिए भूमि पूजन मई के अंतिम सप्ताह में होगा. भागलपुर में इसके लिये टेंडर की प्रक्रिया हो गयी है. पटना और गया में भी निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी.
केंद्रीय राज्य मंत्री चौबे ने कहा कि भागलपुर जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कैंसर रोग की जांच होगी और कीमो थेरपी भी होगा. टाटा ट्रस्ट व केंद्र सरकार के साथ बैठक भी हुई है. अब केंद्र व प्रदेश सरकार के बीच इस पर बैठक होगी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के आयुष्मान भारत योजना से दस करोड़ लाेगों को इसका लाभ मिलेगा.
उन्हाेंने कहा कि 2022 तक गरीब जनता को स्वास्थ्य योजना का लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि इंद्रधनुष योजना के तहत टीकाकरण की दवा उपलब्ध है. इसके लिये अप्रैल के अंतिम सप्ताह व मई में शिविर लगाया जायेगा.
उन्होंने कहा कि विक्रमशिला को बौद्ध सर्किट से जोड़ा जायेगा. बिहार में दो मोबाइल लेबोरेट्री टेस्ट भान दिया जायेगा, इसमें एक भान भागलपुर में आयेगा. भागलपुर के दरियापुर गांव में रेफरल अस्पताल के लिए सिविल सर्जन से नया प्रस्ताव बना कर मांगा गया है. उन्होंने कहा कि मोहद्दीनगर में अर्बन स्वास्थ्य केंद्र को शहरी स्वास्थ्य केंद्र बनाया जायेगा.
न्याय व कानून से बड़ा कोई नहीं हाेता : राज्यमंत्री
नाथनगर मामले में जब उनसे प्रेस वार्ता में सवाल पूछे गये, तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि न्याय व कानून से बड़ा कोई नहीं होता है. भारत माता की जय करने वाले देश में ही नहीं पूरी दुनिया के कई देशों में हैं.
यहां जो घटना हुई है, उसका न्यायालय ने बहुत अच्छे ढंग से टिप्पणी की है, इस पर मुझे कुछ नहीं कहना. समय आने पर न्यायालय व सरकार इसका निर्णय करेगी. न्यायालय और कानून का सबको सम्मान करना चाहिए. उन्होंने इशारों की ही इशारों में कहा कि एक चीटी अगर हाथी के सूढ़ में चली जाती है, वह भी परेशान हो जाता है.