खजाना खाली करने में लगा था पति ”कुबेर” की मालकिन बन रही थी पत्नी

भागलपुर : कल्याण विभाग में करोड़ों का गबन करने के मामले में जांच के दौरान सीबीआइ को पूर्व कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार की आड़ में पत्नी इंदु गुप्ता की ‘काली कमाई’ का सुराग मिला है. जहां उक्त पदाधिकारी ने छात्रों की छात्रवृत्ति की राशि को सृजन समिति के खाते में डायवर्ट किया. उसी समय सृजन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2018 3:53 AM
भागलपुर : कल्याण विभाग में करोड़ों का गबन करने के मामले में जांच के दौरान सीबीआइ को पूर्व कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार की आड़ में पत्नी इंदु गुप्ता की ‘काली कमाई’ का सुराग मिला है. जहां उक्त पदाधिकारी ने छात्रों की छात्रवृत्ति की राशि को सृजन समिति के खाते में डायवर्ट किया. उसी समय सृजन की संचालिका मनोरमा देवी के आशीर्वाद से इंदु गुप्ता ‘कुबेर’ की मालकिन बन रहीं थी.
सीबीआइ की चार्जशीट में हुए खुलासे बताते हैं कि सृजन समिति की संचालिका मनोरमा देवी के साथ पूर्व कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार की पत्नी इंदु गुप्ता भी काफी नजदीक आ गयी थी. यह नजदीकी पैसे के लेन-देन तक पहुंच गयी. तभी तो आरोपित मनोरमा देवी ने पूर्व कल्याण पदाधिकारी के बजाय उनकी पत्नी को सरकार की नजरों से बचाने के लिए घोटाले की साजिश में शामिल किया.
इंदु गुप्ता के बैंक ऑफ बड़ौदा, बंधन बैंक और पटना के आइसीआइसीआइ बैंक की एक शाखा में खुले खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर किये. जांच एजेंसी की चार्जशीट में यह भी उल्लेख हुआ कि इंदु गुप्ता ने भी करीब 75 लाख रुपये की राशि सृजन समिति को वापस मनोरमा देवी के मरने के दो माह पूर्व किया था.
दरअसल सृजन समिति की संचालिका मनोरमा देवी की मौत फरवरी 2017 में हुई थी और इंदु गुप्ता ने दिसंबर 2016 में पहली व दूसरी तिथि को पैसे खाते में दिये थे.जिला परिषद को लेकर अभी तक वित्त विभाग का मार्गदर्शन नहीं आया है. इस तरह भू अर्जन को लेकर भी कोई पत्र पटना से नहीं आ सका है.
  • मनोरमा देवी ने बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में 1.96 करोड़ रुपये दिये.
  • मनोरमा देवी ने बंधन बैंक के खाते में 1.39 करोड़ दिये.
  • मनोरमा देवी ने दानापुर (पटना) के आइसीआइसीआइ शाखा में 25 लाख रुपये दिये.
  • मनोरमा देवी की मौत के बाद उसके बदले सचिव बनी रजनी प्रिया ने 1.64 करोड़ रुपये दिये.

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