भागलपुर: पिछले 10 दिनों से बिजली संकट ङोल रहे भागलपुर के लोगों के धैर्य की सीमा अब टूटने लगी है. बिजली-पानी संकट को लेकर लोग सड़क पर उतरने लगे हैं. स्थिति कभी भी विस्फोटक हो सकती है. शहर में बिजली-पानी को लेकर त्रहिमाम की स्थिति है.
दावा तो 30 मेगावाट की आपूर्ति का किया जा रहा है पर बुधवार को मुश्किल से किस्तों में दो से तीन घंटे बिजली मिली. आधे घंटे भी लगातार बिजली नहीं मिल पा रही है. बिजली संकट का सर्वाधिक असर जलापूर्ति व्यवस्था पर पड़ रहा है. जलापूर्ति 38 लाख गैलन से घट कर 5 लाख गैलन पर आ गयी है. इधर, भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार क ो बिजली कार्यालय पर प्रदर्शन किया. छात्र संघर्ष समिति के सदस्यों ने घंटाघर चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर बिजली संकट के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया.
वहीं, महापौर दीपक भुवानिया भी बिजली संकट के मद्देनजर बिजली विभाग के आलाधिकारियों से मिले और आपूर्ति दुरुस्त करने का अनुरोध किया. 60 से घट कर 30 मेगवाट हुई आपूर्ति : पिछले चार दिनों से गरमी ने भी प्रचंड रूप धारण कर लिया है. इस वजह से जनजीवन प्रभावित हो गया है. ऊपर से गंभीर बिजली संकट ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. गरमी व बिजली संकट के चलते लोग सो नहीं पा रहे हैं.
बिजली संकट का आलम यह है कि बुधवार को भीखनपुर मोहल्ले में सुबह 10 बजे से शाम के 7.30 बजे के दौरान मात्र एक घंटे पांच मिनट बिजली मिली. बिजली फ्रेंचाइची कंपनी का कहना है कि बिजली की आपूर्ति 60 मेगावाट से घट कर 30 मेगावाट हो गयी है. इस वजह से परेशानी है. लेकिन लोगों के घरों तक जो बिजली पहुंच रही है उसे देख नहीं लगता है कि 30 मेगावाट भी बिजली मिल रही है. इससे आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिजली कंपनी के मोजाहिदपुर कार्यालय में धरना दिया. सुधार नहीं होने की स्थिति में सड़क पर उतरने की चेतावनी दी.