छात्र संघ चुनाव को लेकर छात्र नेता व डीएसडब्ल्यू में झड़प

भागलपुर : टीएमबीयू में हुए छात्र संघ चुनाव मामले में कोर्ट से मिली कॉपी जमा करने गये छात्र नेता सौरभ झा व डीएसडब्ल्यू में झड़प हो गयी. करीब एक घंटे तक डीएसडब्ल्यू कार्यालय में अफरातफरी का माहौल रहा. जोर-जोर से बहस होने पर दूसरे कार्यालय के कर्मचारी व सुरक्षा गार्ड कार्यालय पहुंच गये और मामला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2018 4:23 AM
भागलपुर : टीएमबीयू में हुए छात्र संघ चुनाव मामले में कोर्ट से मिली कॉपी जमा करने गये छात्र नेता सौरभ झा व डीएसडब्ल्यू में झड़प हो गयी. करीब एक घंटे तक डीएसडब्ल्यू कार्यालय में अफरातफरी का माहौल रहा. जोर-जोर से बहस होने पर दूसरे कार्यालय के कर्मचारी व सुरक्षा गार्ड कार्यालय पहुंच गये और मामला को शांत कराया.
छात्र संघ चुनाव में गड़बड़ी काे लेकर छात्र बमबम प्रीत हाइकोर्ट की शरण में चले गये थे. कोर्ट ने आवेदनकर्ता को आदेश दिया कि विवि के ग्रिवांस सेल में कोर्ट के निर्देश की कॉपी उपलब्ध कराये. साथ ही विवि ग्रिवांस सेल से कहा है कि मामले का शॉट आउट कर कोर्ट को शीघ्र रिपोर्ट उपलब्ध कराये. कोर्ट कॉपी देने छात्र नेता बमबम प्रीत, सौरभ झा, शिशिर रंजन सिंह व एक और नेता डीएसडब्ल्यू कार्यालय गये थे.
बमबम प्रीत ने आरोप लगाया कि छात्र संघ चुनाव मामले में पूछताछ की, तो डीएसडब्ल्यू ने जबाव नहीं दिया. छात्र नेताओं के साथ अभद्र तरीके से पेश आये. उनके कोई सवालों का जबाव नहीं दिया. उन्होंने बताया कि डीएसडब्ल्यू से पूछा गया कि कोर्ट के आदेश का जबाव कबतक देंगे. इस पर बरस पड़े. ऐसे में विवि के छात्र संघ का बहिष्कार करेंगे.
छात्र नेता ने अभद्र शब्दों का प्रयोग किया, कार्रवाई के लिए प्रोक्टर को लिखा पत्र : प्रो योगेंद्र
डीएसडब्ल्यू प्रो योगेंद्र ने बताया कि छात्र संघ चुनाव मामले में चार छात्र नेता कार्यालय आये थे. कोर्ट की एक कॉपी जमा दिया. उन छात्र नेता को रिसिविंग दी गयी. सौरभ झा कोर्ट की कॉपी का अविलंब जवाब मांगा. इस दौरान छात्र नेताओं ने अभद्र शब्दों का प्रयोग किया. विवि प्रशासन के खिलाफ गलत शब्द का प्रयोग किया. मामले को लेकर प्रोक्टर को लिखित शिकायत कर कार्रवाई के लिए कहा गया है.
छात्र नेता ने कार्यालय का कार्य बाधित किया. उन्होंने बताया कि छात्र नेता से बार-बार कहा जा रहा था कि कोर्ट के निर्देश के अनुसार विवि ग्रिवांस सेल में रखा जायेगा. सेल से निर्णय आने के बाद कोर्ट को रिपोर्ट भेज दी जायेगी, लेकिन छात्र नेता दबाव बना कर उनसे ही जवाब मांग रहे थे.

Next Article

Exit mobile version