नये लुक में दिखेगा सैंडिस, देना होगा प्रवेश शुल्क, होगा परिवर्तन

भागलपुर : जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जयप्रकाश उद्यान सह सैंडिस कंपाउंड विकास समिति की बैठक में सोमवार को सैंडिस को एक अनूठे पार्क के रूप में विकसित करने की रूपरेखा तैयार हुई. हाइकोर्ट के आदेश को लेकर 12 विभिन्न बिंदुओं पर एक-एक करके चर्चा हुई. प्रशासन व समिति के सदस्यों की मॉनीटरिंग में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2018 6:39 AM
भागलपुर : जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जयप्रकाश उद्यान सह सैंडिस कंपाउंड विकास समिति की बैठक में सोमवार को सैंडिस को एक अनूठे पार्क के रूप में विकसित करने की रूपरेखा तैयार हुई. हाइकोर्ट के आदेश को लेकर 12 विभिन्न बिंदुओं पर एक-एक करके चर्चा हुई. प्रशासन व समिति के सदस्यों की मॉनीटरिंग में कंपाउंड गुलजार होगा. निर्माण कार्य के दौरान तीन महीने आम लोगों के लिए सैंडिस बंद रहेगा.
नगर निगम व स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड तमाम कार्य करायेगी. नये लुक वाले सैंडिस में प्रवेश शुल्क लगेगा. लोगों के लिए सैंडिस महंगा भी हो जायेगा. शुल्क आदि को लेकर दोबारा डीएम की अध्यक्षता में समिति के साथ बैठक होगी, जिसमें तमाम निर्णयों पर चर्चा करके अंतिम रूप दिया जायेगा. मौके पर प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावा जयप्रकाश उद्यान सह सैंडिस कंपाउंड विकास समिति के अध्यक्ष डॉ डीपी सिंह, उपाध्यक्ष डॉ मृत्युंजय सिंह, सचिव रवि कुमार, डॉ विनोद कुमार, डॉ वीणा सिन्हा, शंभू दयाल खेतान, दिलीप राय, बालकिशोर सिंह, अमर गोयनका, पवन साह, भोला प्रसाद सिंह, प्रकाश मित्रा उपस्थित थे.
किराये पर मिलने वाली जगह होगी महंगी : सैंडिस में रैली या आयोजन को लेकर किराये पर मिलने वाली जगह महंगी होगी. अभी के किराये को बढ़ाने के अलावा सफाई पर दो हजार रुपये अतिरिक्त वसूली होगी. अक्सर आयोजक सफाई नहीं कराते हैं, इस कारण सैंडिस में गंदगी पसरी रहती है.
मॉनीटरिंग को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी: जिला स्तर पर डीडीसी की अध्यक्षता में जिला वन पदाधिकारी, नगर आयुक्त, सदर एसडीओ, सामान्य शाखा के प्रभारी व समिति के सदस्य होंंगे. यह समिति पूरे कामों की मॉनीटरिंग करेगी. समय-समय पर कामों की समीक्षा होगी.
परिवहन विभाग का मोटर ड्राइविंग होगा शिफ्ट: परिवहन विभाग की ओर से सैंडिस में मंगलवार व शुक्रवार को ड्राइविंग टेस्ट कराया जाता है. इस चीज का विरोध समिति ने किया. कहा गया कि इसको अन्यत्र शिफ्ट कर देंगे.
समिति में युवा को करें शामिल: डीएम प्रणव कुमार ने जयप्रकाश उद्यान सह सैंडिस कंपाउंड विकास समिति सदस्यों को सुझाव दिया कि युवाओं को भी शामिल करें ताकि उनके भी सुझाव से जिला प्रशासन रूबरू हो सके.
सैंडिस के नये लुक के लिए प्रस्तावित योजना
प्रत्येक जगह को अलग-अलग जोन में बांटे जायेंगे. रैली से लेकर घूमने-फिरने आदि की जगह निर्धारित होगी.
रैली स्थल में आठ से 10 हजार की भीड़ की जगह दी जायेगी.
साइकलिंग व घूमने-फिरने का ट्रैक बनेगा. साइकलिंग की पार्किंग ट्रैक के नजदीक रहेगा.
क्रिकेट, फुटबाल का स्टेडियम बनेगा, जहां फ्लड लाइट लगाये जायेंगे.
पीपीपी मोड पर स्वीमिंग पुल बनायेंगे.
दो तालाब को दुरुस्त करेंगे व कंपाउंड के पानी का ढलान तालाब की ओर होगा.
स्टेशन क्लब की मरम्मत और सुविधा बढ़ायी जायेगी.
सैंडिस के चारों तरफ वर्गाकार तीन प्रकार का जोन होगा. पहले में पौधरोपण, दूसरे में पार्किंग व तीसरे में वेंडिंग जोन बनेगा. यह सिलसिला चारों तरफ एक जैसा बनेगा.
सैंडिस के कोने-कोने को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जायेगा.
सैंडिस में प्रवेश व निकासी के दो द्वार रहेंगे.
तीन पालियों में शस्त्र होमगार्ड, टाइगर मोबाइल की प्रतिनियुक्ति.
महिलाओं व बच्चों के लिए विशेष सुविधा दी जायेगी.
चिल्ड्रेन पार्क, जिम, बॉक्सिंग क्लब, योगा बनाये जायेंगे.
पौधरोपण के अलावा खराब हो रहे पुराने पौधे की ट्रीटमेंट होगी.
बंद पड़े ट्रांसफॉर्मर को चालू किया जायेगा.
10 दिनों में सैंडिस का डिजाइन तैयार होगा
डीएम व समिति की सहमति से डिजाइन पर मुहर लगायी जायेगी.
16 जून तक टेंडर की प्रक्रिया के तहत प्री बिड खोला जायेगा.
जुलाई तक विभिन्न कामों के टेंडर पूरा कर लिया जायेगा.
अगस्त से अक्तूबर तक डिजाइन पर विभिन्न एजेंसी काम करना शुरू कर देगी.
नवंबर में सैंडिस को आम लोगों की इंट्री शुरू हो जायेगी.
नये लुक का सैंडिस होगा महंगा
प्रत्येक आदमी को पांच रुपये शुल्क लगेगा.
प्रत्येक दिन जानेवाले के लिए 100 रुपये का मासिक कार्ड बनेगा.
पूरे साल के लिए 600 रुपये का कार्ड बनेगा.
इसी तर्ज पर लाजपत पार्क को भी विकसित करके शुल्क निर्धारित होगा.
यहां से आयेगा पैसा
प्रत्येक रैली पर 10 से 15 हजार रुपये.
डिजनी लैंड सहित अन्य के लिए भी निर्धारित शुल्क.
क्रिकेट स्टेडियम, टेनिस कोर्ट आदि में आयोजन को लेकर शुल्क.
स्वीमिंग पुल में तैरने को लेकर शुल्क.
एक तालाब में पानी वाले खेल में भाग लेने के लिए लगेगा शुल्क.
ऐसे होगा पैसा खर्च
नये लुक वाले सैंडिस से होनेवाली आय को कंपाउंड के विकास में लगाया जायेगा.
सैंडिस में सुरक्षा को लेकर आउटसोर्सिंग कंपनी रखी जायेगी.
सैंडिस को विकसित करके निजी वेंडर को ठेका दिया जायेगा. वेंडर के पास संचालन व रखरखाव की जिम्मेदारी होगी.
राजस्व में जिला प्रशासन, निगम व स्मार्ट सिटी कंपनी की हिस्सेदारी होगी.

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