भागलपुर : सड़क निर्माण में गुणवत्ता से समझौता का खेल किस तरह से चलता है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 48 करोड़ से बनी सड़क 15 दिन भी नहीं टिकी. यह हाल है एनएच 80 पर बनी सड़क का. इंजीनियरिंग कॉलेज से रमजानीपुर के बीच 31 किमी लंबी सड़क का निर्माण पटना के पलक एजेंसी के जिम्मे है.
हंगामा, चेतावनी, प्रदर्शन के बाद एनएच विभाग ने सबौर से इंजीनियरिंग कॉलेज के बीच कांट्रैक्टर से सड़क का निर्माण कार्य कराया. एनएच के इस हिस्से में सड़क अभी पूरी तरह बनी भी नहीं है. इंजीनियरिंग कॉलेज के पास तकरीबन 300 मीटर बनना बाकी है. लेकिन बाबूपुर मोड़ के पास सड़क उखड़ की खस्ताहाल हो गयी. हालात यह हैं कि, 15 दिन पहले बनी सड़क, अब महीनों पहले बनी लगती है. बताते चलें कि सड़क निर्माणाधीन है. वर्तमान में सबौर से घोघा की ओर सड़क बन रही है. इतनी राशि से मसाढ़ू में पुल का भी निर्माण होगा.
निकल गये हैं पत्थर, सड़क पर बनने लगे गड्ढे. बाबूपुर मोड़ के पास पत्थर निकल गया है. सड़क पर गड्ढे बनने लगे हैं, लेकिन इससे विभाग अंजान बना हुआ है. इस संबंध में जब विभाग से पूछ गया, तो पहले उन्होंने यह कहा कि मेटेरियल गिरा होगा. डब्ल्यूएमएम का मेटेरियल है और यह काफी गहरायी में होता. बाहर निकल ही नहीं सकता है. जूनियर इंजीनियर अविनाश कुमार को जांच कर रिपोर्ट सौंपने कहा गया है.
मुंगेर के निरंजन शर्मा के नाम खुला शहरी एनएच का टेक्निकल बिड. स्टेशन चौक से इंजीनियरिंग कॉलेज के बीच सात किमी लंबी रोड का टेक्निकल बिड खुला. टेंडर डालने वालों में केवल मुंगेर के निरंजन शर्मा का नाम निकला है. यानी, सिंगल टेंडर हुआ. विभाग ने तुलनात्मक विवरणी (सीएस) बनाकर हेडक्वार्टर भेज दिया है. ऑर्डर आने के साथ टेक्निकल बिड अपलोड किया जायेगा. इसके बाद फाइनेंसियल बिड खाेला जायेगा. इसमें सफल होने के बाद उन्हें वर्क ऑर्डर जारी किया जायेगा. विभागीय अधिकारी के अनुसार सप्ताह भर में टेंडर फाइनल हो जायेगा.