ये हैं नगर निगम की सड़कें, गड्डे पत्थरों के बीच चलने को हैं मजबूर
भागलपुर : सड़कों की स्थिति सुधारने के नगर निगम के लाख दावों के बावजूद ज्यादातर वार्डों की सड़कों में गड्ढे ज्यादा नजर आते हैं. शहर की वीआइपी सड़कों में शामिल खंजरपुर, डीआइजी आवास एवं डीएम आवास के सामने तुलसीनगर की रोड हैं. उसमें इतने अधिक गड्ढे हैं कि इस सड़क से गुजर रहे लोगों के […]
भागलपुर : सड़कों की स्थिति सुधारने के नगर निगम के लाख दावों के बावजूद ज्यादातर वार्डों की सड़कों में गड्ढे ज्यादा नजर आते हैं. शहर की वीआइपी सड़कों में शामिल खंजरपुर, डीआइजी आवास एवं डीएम आवास के सामने तुलसीनगर की रोड हैं. उसमें इतने अधिक गड्ढे हैं कि इस सड़क से गुजर रहे लोगों के पेट में हिचकोलों से दर्द होने लगता है.
पहले कब बना, नगर निगम को मालूम तक नहीं
दूसरे विभागों की सड़कों का बनना, टूटना और फिर बनने का सिलसिला जारी है मगर, नगर निगम की सड़क एक बार बन जाये, तो इसका दोबारा बनना तो भूल ही जाइए. खंजरपुर, डीआइजी आवास एवं डीएम आवास के सामने तुलसीनगर की रोड का भी कुछ यही हाल है. नगर निगम तक को मालूम नहीं है कि पिछली बार कब सड़क बनी थी. अनुमान के तौर पर लोगों में से कोई 10 साल, तो किसी ने 15 साल पूर्व सड़क बनने की बात बताती.
विसर्जन शोभा यात्रा के दिनों में याद आती सड़क
खंजरपुर रोड मुसहरी घाट तक को जाती है. इस मार्ग की याद तभी आती है, जब साल में एक-दो बार विसर्जन शोभा यात्रा निकलती है. तब नगर निगम को ध्यान दिलाया जाता है.घूरनपीर बाबा चौक से तिलकामांझी मार्ग का सर्विस रोड जो सैंडिस कंपाउंड के ठीक सामने से खंजरपुर को जाती है, वह काफी जर्जर है. इस मार्ग पर डीआइजी का आवास है. वे भी जब अपने आवास से निकलते हैं तो उन्हें खराब सड़क मिलती है.