डिहाइड्रेशन, सन-स्ट्रोक के बढ़े मरीज
भागलपुर : प्रचंड गर्मी का प्रकोप दिखने लगा और अस्पताल व निजी क्लिनिक में डिहाइड्रेशन व सन-स्ट्रोक के 30 फीसदी तक मरीज बढ़ गये. चिलचिलाती धूप में बाहर निकलने पर लोगों के बीच उल्टी और दस्त की समस्या बढ़ गयी है. इसे लेकर चिकित्सक खानपान के प्रति सजग रहने की सलाह दे रहे हैं. भोजन […]
भागलपुर : प्रचंड गर्मी का प्रकोप दिखने लगा और अस्पताल व निजी क्लिनिक में डिहाइड्रेशन व सन-स्ट्रोक के 30 फीसदी तक मरीज बढ़ गये. चिलचिलाती धूप में बाहर निकलने पर लोगों के बीच उल्टी और दस्त की समस्या बढ़ गयी है. इसे लेकर चिकित्सक खानपान के प्रति सजग रहने की सलाह दे रहे हैं.
भोजन कम और पानी का अधिक करें सेवन चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी में खानपान को लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. जेएलएनएमसीएच के चिकित्सक डॉ कपिल कुमार सिंह ने बताया कि गर्मी में भोजन कम करने और अधिक से अधिक पानी का सेवन करना चाहिए. घर से बाहर निकलने पर पानी का बोतल अपने साथ रखना चाहिए.
बीच-बीच में इसे पीते रहना चाहिए. इससे डायरिया, डिहाइड्रेशन, सन-स्ट्रोक, सन-बर्न से बचा जा सकता है. गर्मी में मौसमी रसदार फल जैसे तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी का सेवन करना चाहिए. साथ ही जलजीरा, दही, नींबू पानी, लस्सी, पाना आदि का सेवन करना चाहिए. इससे शरीर में पानी कमी नहीं होती और पाचन क्रिया ठीक रहती है.
अधिक से अधिक पानी पीने से गैसट्राइटिस, पेप्टिक अल्सर, पेट में जलन एवं अपच से बचा जा सकता है. घर से बाहर निकलने से पहले ओआरएस का घोल, फल का जूस लेना चाहिए. इससे लू लगने व सन स्ट्रोक से बचा जा सकता है. कंजेरवाइटिस से बचने के लिए आंख पर फोटो क्रॉमिक चश्मा लगाकर धूप में निकलना चाहिए.