बेटी की मां गवाही में मुकरी, हत्या का आरोपित पति, सास व एक अन्य रिहा
भागलपुर : प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश कुमुद रंजन सिंह की कोर्ट ने सोमवार को तीन साल पहले युवती की हत्या के आरोपित पति मो टिंकू, सास मुन्नी देवी व मो बिजलू को रिहा कर दिया. आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने वाली युवती की मां बीबी शहनाज गवाही में घटना के समर्थन करने से मुकर […]
भागलपुर : प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश कुमुद रंजन सिंह की कोर्ट ने सोमवार को तीन साल पहले युवती की हत्या के आरोपित पति मो टिंकू, सास मुन्नी देवी व मो बिजलू को रिहा कर दिया. आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने वाली युवती की मां बीबी शहनाज गवाही में घटना के समर्थन करने से मुकर गयी. साथ ही प्राथमिकी में बनाये गये स्वतंत्र गवाह भी घटना का समर्थन नहीं किया. ट्रायल के दौरान मामले में आठ गवाही हुई थी.
यह था मामला. 30 मई 2015 को बीबी शहनाज को पता चला था कि, उसकी बेटी खुशबू कुमारी की लू लगने से मौत हो गयी है. वह बीबी असमुन के साथ गांव भिट्टी गयी. शाम करीब पांच बजे पहंचने पर पता चला कि, उसके ससुराल में खुशबू का शव तो है, लेकिन उसके ससुराल वाले मौके से फरार हैं. आसपास के लोगों ने बताया कि घटना वाले दिन झगड़ा हुआ था. बीबी शहनाज की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ. शिकायत में कहा गया कि खुशबू व पति मो टिंकू की शादी छह साल पहले हुई थी. शादी के कुछ दिनों बाद से खुशबू के पति, सास मुन्नी से बराबर विवाद हुआ था.
कोर्ट में लाये गये 1493 बोतल कोरेक्स
प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश कुमुद रंजन सिंह की कोर्ट में सोमवार को 1493 बोतल कोरेक्स लाया गया. आइओ प्रेमधर सिंह की मामले में गवाही हो चुकी है. इस मामले में अगली सुनवाई 31 मई को होगी. मामले के अनुसार, पांच अगस्त 2016 को कोतवाली पुलिस ने पटल बाबू रोड पर छापेमारी की, वहां पर उक्त खेप पकड़ी गयी थी. ट्रक चालक भूदेव मंडल कोरेक्स की खेप ले जा रहा था. पुलिस ने मुरारी झुनझुनवाला, संतोष बंका व भूदेव मंडल पर मामला दर्ज किया था.
मेयर बोलीं- काम करना है, तो ठीक से करें नहीं तो चले जाइये, देना ही होगा पानी
भागलपुर : शहर में पानी की समस्या को लेकर मेयर सीमा साहा एवं पैन इंडिया के बिजनेस हेड राजीव मिश्रा के बीच सोमवार को जमकर बहस हुई. इस दौरान जहां बिजनेस हेड मिश्रा ने संसाधन की कमी का हवाला देते रहे तो मेयर सीमा साहा उनकी बातों पर तल्ख हो गयीं. मेयर बोलीं- पानी नहीं दे पायेंगे तो आप चले जाइये. काम ठीक से करिये. संसाधन कम है या नहीं इससे मतलब नहीं है. पानी उपलब्ध कराना आपकी जिम्मेदारी है. इसपर बिजनेस हेड मिश्रा ने कहा- मुझे डांटने से समस्या का समाधान हो जायेगा तो डांट लीजिए. सिर्फ पैन इंडिया को गाली देने से समस्या का समाधान नहीं हो पायेगा.
मेरे पास पानी होगा तब तो देंगे : बिजनेस हेड ने कहा कि मेरे पास पानी रहेगा तब तो देंगे. आप संवैधानिक पद पर हैं, आप पानी उपलब्ध कराने में पैन इंडिया की मदद कीजिए. शहर को 50 एमएलडी पानी उपलब्ध कराना है, जबकि अभी 30 एमएलडी ही पानी उपलब्ध हो पाता है. कहां से पानी देंगे. जितना पानी उपलब्ध है, उसमें ही शहरवासी को पानी देना है. मेरे कांट्रेक्ट में यही है. इसपर वार्ड 14 के पार्षद अनिल पासवान ने पैन इंडिया के पदाधिकारी को आड़ेहाथों लेते हुये कहा कि आप कैसे पानी उपलब्ध नहीं करायेंगे. टैंकर कम है, तो टैंकर उपलब्ध कराइये और पानी किल्लत वाले इलाके में पानी भेजिये.