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सुरक्षा एजेंसी चयन की प्रक्रिया में गड़बड़ी उजागर, अधीक्षक से शोकॉज

2014-15 में सुरक्षा गार्ड के लिये एजेंसी का चयन, बगैर चालान के 10 लाख भुगतान करने की शिकायतप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज?Spies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2018 4:26 AM

2014-15 में सुरक्षा गार्ड के लिये एजेंसी का चयन, बगैर चालान के 10 लाख भुगतान करने की शिकायत

भागलपुर : जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में निजी लैब के बाद अब सुरक्षा गार्ड रखने को लेकर एजेंसी चयन की प्रक्रिया में भी गड़बड़ी उजागर हुई है. इस मामले में प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार के निर्देश पर गठित जांच कमेटी ने अपनी मुहर लगा दी है. कमिश्नर ने जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ रामचरित्र मंडल से शोकॉज किया है. शोकॉज का जवाब मिलते ही आगे की कार्रवाई तय होगी.
गलत तरीके से निजी एजेंसी को लैब खोलने की सरकार को गयी रिपोर्ट . मायागंज अस्पताल में लैब खोलने की टेंडर प्रक्रिया में एक निजी एजेंसी को फायदा पहुंचाया गया. अस्पताल में उसका कार्यालय खोल दिया गया. निजी लैब खोले जाने पर एक परिवादी ने कमिश्नर को शिकायत दे दी. कमिश्नर के निर्देश पर गठित टीम ने टेंडर प्रक्रिया में जांच की और गड़बड़ी किये जाने की रिपोर्ट दी थी. इस जांच रिपोर्ट पर अस्पताल अधीक्षक से शोकॉज पूछा गया था, जिसका जवाब आ गया.
कमिश्नर ने अधीक्षक के जवाब के आधार पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को आगे की कार्रवाई करने की सिफारिश कर दी है.
खाना परोसने की एजेंसी भी हो चुकी है रद्द
अस्पताल में खाना परोसने की एजेंसी की भी जांच हुई थी. कमिश्नर की जांच रिपोर्ट में उक्त एजेंसी को रद्द करने की सिफारिश हुई थी.
यह था मामला
वर्ष 2014-15 में सुरक्षा गार्ड के लिये एक्स सर्विसमैन वेलफेयर एसोसिएशन का चयन टेंडर से हुआ था. इसके लिये अधीक्षक ने 10 लाख रुपये तक का भुगतान किसी चालान का ही कर दिया गया.

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