दर्शकों को लुभाया नन्हें हाथों से बनी मूर्ति व दमकते चित्र ने

भागलपुर : विश्व पर्यावरण व संपूर्ण क्रांति दिवस पर परिधि व कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में सृजन मेला का आयोजन किया गया. इसमें मंगलवार को कला प्रदर्शनी, कवि सम्मेलन व नाटक का आयोजन हुआ. अतिथियों व अन्य दर्शकों को नन्हें हाथों से बनायी गयी मिट्टी की मूर्तियां व दमकते चित्रों ने खूब आकर्षित किया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2018 6:13 AM
भागलपुर : विश्व पर्यावरण व संपूर्ण क्रांति दिवस पर परिधि व कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में सृजन मेला का आयोजन किया गया. इसमें मंगलवार को कला प्रदर्शनी, कवि सम्मेलन व नाटक का आयोजन हुआ. अतिथियों व अन्य दर्शकों को नन्हें हाथों से बनायी गयी मिट्टी की मूर्तियां व दमकते चित्रों ने खूब आकर्षित किया. कला प्रदर्शनी में पेंटिंग, मूर्ति, हस्तशिल्प व फोटोग्राफ की प्रदर्शनी लगायी गयी है. बालचित्र, मंजूषा और मिट्टी का खिलौना प्रतियोगिता में शामिल बच्चों की कृति भी प्रदर्शनी में लगायी गयी है. तालाब, पानी और नदी पर केंद्रित कविता का पाठ कवि सम्मेलन में कवियों ने किया.
टीएमबीयू के कुलगीतकार आमोद मिश्र, प्रेमचंद पांडेय, अंशुमाली, नवीन निकुंज, जयंत जलद, इकराम हुसैन शाद, असअर उरैनवी, कपिलदेव कृपाला आदि ने कविता पढ़ी. परिधि की दो नाट्य प्रस्तुति बादशाह-गुलाम-बेगम व घर-घर सड़क-सड़क की प्रस्तुति हुई. नाटक बादशाह गुलाम बेगम के लेखक गिरिराज किशोर हैं, जबकि नाटक का निर्देशन उदय ने किया. परिधि महिला रंग मंडली की प्रस्तुति घर-घर सड़क-सड़क आज की ज्वलंत समस्या बलात्कार पर केंद्रित था. रचना और निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी संगीता का था.
नाटक में लाड़ली राज, अभिषेक, कृष्णानंद, सुषमा, दुर्गा, श्रीति सुरभि, कोमल की भूमिका ने दोनों ही नाटकों को जीवंत बना दिया. नाटक में संगीत संगीता, विक्रम व आशीष का था, जबकि प्रकाश संचालन गंगेश ने किया. इस मौके पर टीएमबीयू के डीएसडब्ल्यू डॉ योगेंद्र, एमएलसी डॉ एन के यादव, प्रोक्टर प्रो विलक्षण रविदास, पूर्व डीएसडब्ल्यू डॉ उपेंद्र साह आदि मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version