भागलपुर : कटिहार जिले के आजमनगर थाना क्षेत्र के हरनागढ़ गांव में एक ही परिवार के चार लोगों को कमरे में बंद कर जिंदा जला देने की घटना में चौथे पीड़ित, परिवार के मुखिया की भी मौत हो गयी. घटना के छह दिन बाद इलाज के दौरान परिवार के मुखिया की भी मौत हो गयी. इस घटना में अब तक कुल चार लोगों की मौत हुई है, जिसमें दो बच्चे और एक महिला शामिल है. विदित हो कि घटना के बाद बेहतर इलाज के लिए पति-पत्नी को प्राथमिक उपचार के बाद भागलपुर लाया गया था, जहां 12 जून मंगलवार को पत्नी की मौत हो गयी. घटना के बाद से ही दंपती की हालत चिंताजनक बतायी जा रही थी. दोनों करीब 80 प्रतिशत तक जल चुके थे.
क्या है मामला
पीड़ित परिवार सरकारी जमीन के छोटे से हिस्से पर चाय और पकौड़े की दुकान चलाते थे. आसपास के लोगों के मुताबिक, रविवार को पीड़ित परिवार को धमकी दी गयी थी कि वे दुकान इस जमीन पर से हटा लें, नहीं तो जान से हाथ धो बैठोगे. वहीं, पीड़ित परिवार अपनी गरीबी की दुहाई दे रहा था. इसी बीच, रविवार देर रात दबंगों ने रात में घटना को अंजाम दिया था. आरोपियों ने परिवार के सदस्यों को रात में सोते वक्त कमरे में बंद कर पेट्रोल छिड़क कर घर में आग लगा दी थी. आग में गंभीर रूप से झुलस जाने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गयी थी. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.