तीसरे दिन भी मलबा हटाने का काम जारी और 76 सिलिंडर मिले
भागलपुर/नाथनगर : परबत्ती इलाके में शंकर गैस एजेंसी परिसर स्थित शांति विवाह भवन में शादी समारोह के दौरान गैस सिलिंडर के विस्फोट होने की घटना के बाद से मलबा हटाने का काम तीसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा. तीसरे दिन 76 सिलिंडर मलबे के भीतर से निकाले गये, जबकि इससे पहले 147 सिलिंडर निकाले […]
भागलपुर/नाथनगर : परबत्ती इलाके में शंकर गैस एजेंसी परिसर स्थित शांति विवाह भवन में शादी समारोह के दौरान गैस सिलिंडर के विस्फोट होने की घटना के बाद से मलबा हटाने का काम तीसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा. तीसरे दिन 76 सिलिंडर मलबे के भीतर से निकाले गये, जबकि इससे पहले 147 सिलिंडर निकाले जा चुके हैं.
मलबे के अंदर से गैस वेल्डिंग की मशीन भी बरामद की गयी है. एक अजूबे तरह का सिलिंडर भी मिला है, जो सुराही की बनावट का है. प्रशासनिक पदाधिकारी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं और जब्ती सूची तैयार कर रहे हैं. सभी सामान नाथनगर एमओ रजनीश झा व जगदीशपुर एमओ के नेतृत्व में जब्त कर रखा जा रहा है. अभी मलबा हटाने में तीन दिन का समय और लग सकता है. मलबा हटाने के लिए महज एक ट्रैक्टर व एक जेसीबी काम कर रही है.
दूसरी ओर स्थानीय लोगों का कहना है कि विवाह भवन में पहले स्कूल चला करता था. लेकिन सिलिंडर रखे जाने से अभिभावकों में भय पैदा हो गया, जिससे लोग अपने बच्चों का दाखिला दूसरे स्कूलों में कराने लगे और स्कूल बंद हो गया. विवाह भवन में स्कूल होने के कई साक्ष्य प्रशासन के हाथ लगे हैं.
16 केबी का मिला ट्रांसफाॅर्मर : मकान के निचले तल में 16 केबी का एक ट्रांफफाॅर्मर दिख रहा है, जिसे अब तक नहीं निकाला जा सका है. इसके अलावा आग बुझाने के कई एक्सपायर सिलिंडर व एलपीजी सिलिंडर भी मिले हैं.
तीसरे दिन खुला गैस गोदाम व आॅफिस : गैस गोदाम के मालिक ने गोदाम बंद कर दिया था. मगर बुधवार को राघोपुर टीकर स्थित गैस गोदाम खुला. लोग सिलिंडर लेने आते रहे. वहीं परबत्ती स्थित गैस आॅफिस भी खोला गया. कर्मचारी ड्यूटी पर तो आये, मगर उपभोक्ता नहीं दिखे. ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि कुछ उपभोक्ता आये थे. इस बारे में वहां के कर्मचारियों ने कुछ भी नहीं बताया.
यह हुई थी घटना : परबत्ती इलाके में मौजूद शंकर गैस एजेंसी परिसर के शांति विवाह भवन में शादी समारोह के दौरान गैस सिलिंडर के विस्फोट होने से मंगलवार तक चार लोगों की मौत हो गयी थी. विस्फोट में डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गये थे. विस्फोट इतना जोरदार था कि विवाह भवन का एक हिस्सा समेत भवन से सटे तीन मकान धराशायी हो गये, जबकि इलाके के करीब आधा दर्जन घरों की दीवारों में दरार आ गयी थीं.
मूसलधार बारिश, निगम की खुली पोल, कई इलाकों में घुसा पानी, स्टेशन पर जलजमाव
बुधवार देर शाम एकाएक तेज हवा के साथ मूसलधार बारिश से पूरा शहर पानी-पानी हो गया. गली से लेकर मुख्य मार्ग में सड़कों पर बारिश का पानी तेजी के साथ बहा. कई इलाकों में बारिश का पानी घरों में घुस गया, जिससे लोगों काे काफी परेशानी हुई. सबसे ज्यादा परेशानी भोलानाथ पुल, लोहापट्टी, सूता पट्टी और दक्षिणी क्षेत्र में सड़क पोखर का रूप ले लिये थे. झमाझम बारिश से लोगों ने ऊमस भरी गर्मी से राहत की सांस ली. शहर के कई इलाकों में बारिश का पानी लबालब भरा हुआ था. बारिश ने निगम के व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. हालांकि किसानों को राहत मिली.