मई में बनी, जून में टूटने लगी, जुलाई में तालाब बन गयी सबौर की सड़क
भागलपुर : भागलपुर को मोकामा से जोड़ने वाली एनएच 80 की रोड का बनना, फिर टूटना और फिर से बनाने का सिलसिला लंबे समय से चल रहा है. इस खेल में सरकारी राशि का दुरुपयोग होता है. इसका ताजा उदाहरण इंजीनियरिंग कॉलेज से सबौर तक एनएच है. मई में सड़क बनी और जून से टूटने […]
भागलपुर : भागलपुर को मोकामा से जोड़ने वाली एनएच 80 की रोड का बनना, फिर टूटना और फिर से बनाने का सिलसिला लंबे समय से चल रहा है. इस खेल में सरकारी राशि का दुरुपयोग होता है. इसका ताजा उदाहरण इंजीनियरिंग कॉलेज से सबौर तक एनएच है. मई में सड़क बनी और जून से टूटने लगी. जुलाई में यह सड़क जगह-जगह तालाब बन गयी है. 48 करोड़ से सड़क बन रही है.
तालाब से नजर आ रहे गड्ढों से यही लगता है कि रोड निर्माण में गुणवत्ता से समझौते का खेल चल रहा है. ठेकेदार पर अंकुश लगाने वाला जिम्मेदार विभाग केवल नजारा देख रहा है. सड़क पर कई जगह अलकतरा उखड़ चुका है और गड्ढे बन गये हैं. पानी भरे गड्ढों के कारण आवाजाही में परेशानी हो रही है. पिछले साल से ही सबौर से रमजानीपुर के बीच 31 किमी लंबी सड़क 48 करोड़ से बन रही है. इस योजना में मसाढ़ू पुल का निर्माण भी शामिल है. एनएच के इस हिस्से में अभी सड़क पूरी तरह से बनी भी नहीं है.
हंगामा, प्रदर्शन और चेतावनी के बाद बनी सड़क देने लगा दर्द : एक समय में इंजीनियरिंग कॉलेज से सबौर तक सड़क लोगों को दर्द दे रहा था. हंगामा, प्रदर्शन और चेतावनी के बाद एनएच विभाग ने चयनित ठेकेदार पलक एजेंसी से रोड का निर्माण कराया. सड़क टूटने और गड्ढों के कारण अब फिर से यह लोगों को दर्द देने लगा है. इस सड़क से गुजरने में डरने लगे हैं लोग.
कैंपस से कैसे िनकले बाहर
कृषि में पीएचडी कर रहे छात्र विपिन बिहारी व एमएससी के छात्र कुमार वैभव ने बताया कि अब तो कैंपस से बाहर निकलने में भय लगता है. क्लास के बाद शाम को सड़क पार कर छात्रावास जाने तक में भारी कठिनाई होती है. 24 घंटे एनएच जाम रहता है.
ब्लॉक चौक से बाबूपुर मोड़ तक एनएच पर पांच दर्जन से ज्यादा गड्ढे
ब्लॉक चौक से बाबूपुर मोड़ तक एनएच का नया निर्माण हुआ, जिसमें कालीकरण तक किया जा चुका है. सिर्फ दो माह में अब तक पथ में पांच दर्जन से ज्यादा गड्ढा हो गया है, जिसमें बड़े वाहन फंसते हैं और छोटे वाहन उतरना नहीं चाहते. बगल में कीचड़ से पूरा पथ सराबोर हो गया है.
मुख्यालय जाने के लिए ब्रांच रोड भी चलने लायक नहीं एनएच 80 ही बदहाल नहीं, इसका असर ब्रांच रोड पर भी दिख रहा है. पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास स्टेशन होते हुए प्रेमनगर से मंसरपुर फतेहपुर होते हुए झुरखुरिया पथ में मिलता है. इधर उच्च विद्यालय वाला पथ भी छोटी दुर्गा मंदिर होकर झुरखुरिया पथ में मिलता है. वाहनों के दबाव के कारण पथ में इतना गड्ढा हो गया है कि अब ये ब्रांच पथ भी चलने लायक नहीं रहे. ऊपर से छोटे वाहनों के दोनों ओर से कतार के कारण जाम लगा रहता है.