मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के निर्देश पर शनिवार को बालक व बालिका गृह में रह रहे बच्चों की जांच के लिए मेडिकल टीम गयी. बालिका गृह में तो खैर मेडिकल टीम को घुसने ही नहीं दिया गया. जबकि बालक गृह में कई बच्चों के कुपोषित व बीमार मिलने पर उनका इलाज शुरू किया गया.
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बालिका गृह के नाम हो पत्र, तभी अंदर आयें, वरना नहीं आने देंगे
मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के निर्देश पर शनिवार को बालक व बालिका गृह में रह रहे बच्चों की जांच के लिए मेडिकल टीम गयी. बालिका गृह में तो खैर मेडिकल टीम को घुसने ही नहीं दिया गया. जबकि बालक गृह में कई बच्चों के कुपोषित व बीमार मिलने पर उनका इलाज शुरू किया गया. मेडिकल टीम […]
मेडिकल टीम भी नहीं कर सकी बालिका गृह की जांच, नाम के फेर में लौटना पड़ा टीम को
भागलपुर : जीरोमाइल स्थित बाल गृह की जांच करने गयी टीम को शनिवार बालिका गृह के गार्ड ने गेट पर ही रोक लिया. मेडिकल टीम में शामिल महिलाओं ने गार्ड से कहा कि, वह सिविल सर्जन के निर्देश पर बाल गृह की जांच करने आये हैं. इनमें बालक व बालिका गृह में रहनेवाले बच्चों की स्वास्थ्य जांच करना है. इस पर बाल गृह(बालिका) का गार्ड बोला, किसी को अंदर आने की अनुमति नहीं होती है. आपके पास बालिका गृह की जांच के नाम से पत्र है तो अंदर आ सकते हैं. वरना बालिका गृह के अंदर झांकने तक नहीं देंगे.
इस बातचीत के दौरान मेडिकल टीम ने संबंधित गार्ड को समझाने का भी प्रयास किया. मेडिकल टीम में शामिल महिला चिकित्सकों ने यह भी कहा कि वे ही सिर्फ अंदर जाकर बच्चियों की जांच करेंगे, लेकिन इस पर गार्ड टस से मस नहीं हुआ. इस कारण सिविल सर्जन के जारी पत्र में नाम के फेर में बाल गृह(बालिका) में रहनेवाली बच्चियों की जांच नहीं हो पायी. दरअसल पांच चिकित्सकों की टीम में सदर अस्पताल से दो महिला चिकित्सक डाॅ आभा व डॉ प्रियंका को भेजा गया था.
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