भागलपुर : भागलपुर रेंज डीआइजी कार्यालय परिसर में शनिवार दोपहर नाग का संपोला निकलने के बाद फरियादियों के बीच अफरातफरी मच गयी. डीआइजी ने इस बात की सूचना जिला वन पदाधिकारी को दी. जिन्होंने नवगछिया स्थित मकंदपुर निवासी सांप पकड़ने वाले एक्सपर्ट युवक दिलीप कुमार को कार्यालय भेजा. जिसने सांप को अपने हाथों से ही पकड़ लिया. डीआइजी ने सांप पकड़ने वाले युवक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
घटना तब की है जब डीआइजी अपने कार्यालय स्थित चेम्बर में फरियादियों से मिल रहे थे. तभी अचानक डीआइजी कार्यालय परिसर में लगे वाटर प्युरिफायर के पास नाग निकल गया. जिसे देख फरियादी इधर उधर भागने लगे. घटना की जानकारी मिलते ही डीआइजी कार्यालय में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उक्त जगह बैठे लोगों को वहां से हटा कर दूसरे जगह बैठाया. जिसके बाद वे लोग सपोले को पकड़ने में जुट गये.
जब सुरक्षाकर्मी सपोले को पकड़ने में असफल हो गये तब डीआइजी ने जिला वन पदाधिकारी को सांप पकड़ने वाले एक्सर्ट को भेजने को कहा. कुछ ही देर बाद वन विभाग के फॉरेस्टर अंजनी चौधरी एक नि:शुल्क सांप पकड़ने वाले एक निजी युवक दिलीप को लेकर कार्यालय पहुंचे. जिसने पलक झपकते ही अपने हाथों से ही सपोले को पकड़ लिया और सांप को हाथों में ही लेकर डीआइजी के समक्ष पहुंचा. दिलीप के सांप से जुड़ी जानकारी और सांप पकड़ने की कला के लिये डीआइजी विकास वैभव ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
विषैला था 20-25 दिन का सपोला, काटने पर जा सकती थी जान
सांप से संबंधित जानकारी रखने वाले नवगछिया निवासी दिलीप कुमार ने बताया कि जिस नाग का सपोला उसने पकड़ा है वह ‘स्पेक्टेकेबल कोबरा’ की प्रजाति है. जो भारत में सामान्य तौर पर पायी जाती है. उन्होंने बताया कि सपोले का आकार देखकर लग रहा है कि उक्त सपोला महज 20 से 25 दिन का है. मगर उसके भीतर इतना विश है कि वह एक व्यक्ति को मौत की नींद सुलाने के लिये काफी है. बता दें कि करीब डेढ़ साल पूर्व डीआइजी कार्यालय के पास ही बड़ी खंजरपुर इलाके में विश्व में पाये जाने वाले नाग की सबसेदुर्लभ प्रजाति ‘अल्बीनो कोबरा’ पाया गया था.