लाइन ट्रिप करने से दिन में हर मिनट कटती रही बिजली, लोग परेशान, शाम में फॉल्ट, घंटों अंधेरे में आधा शहर
भागलपुर : लाइन मेंटनेंस के नाम पर मिली राशि, लेकिन पेड़ की टहनियों की छंटाई के नाम केवल खानापूरी की गयी. इस कारण ट्रिपिंग की समस्या अभी बरकरार है. ट्रिपिंग से दिन में हर मिनट पर बिजली कट होती ही रही, देर शाम मेन लाइन में फॉल्ट आने से सिविल सर्जन व टीटीसी विद्युत उपकेंद्र […]
भागलपुर : लाइन मेंटनेंस के नाम पर मिली राशि, लेकिन पेड़ की टहनियों की छंटाई के नाम केवल खानापूरी की गयी. इस कारण ट्रिपिंग की समस्या अभी बरकरार है. ट्रिपिंग से दिन में हर मिनट पर बिजली कट होती ही रही, देर शाम मेन लाइन में फॉल्ट आने से सिविल सर्जन व टीटीसी विद्युत उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति ध्वस्त हो गयी.
मध्य शहर अंधेरे में डूब गया. बिजली कब आयेगी और आयेगी भी नहीं, इसकी जानकारी किसी को नहीं मिल सकी. ऊमस भरी गर्मी में लोगों का बुरा हाल रहा.सबसे ज्यादा परेशानी भीखनपुर, घंटाघर व खलीफाबाग फीडर से जुड़े लोगों को हुई. बाजार असमय बंद कर दुकानदार घर लौट गये और वहां भी उन्हें राहत नहीं मिली. लोग बिजली-पानी संकट से जूझते रहे, पीने का पानी नसीब नहीं हुआ. बिजली संकट से छात्रों को गर्मी में बेहाल होना पड़ा. लगभग चार घंटे बत्ती गुल रही.
हाउसिंग बोर्ड कॉलानी
पेड़ की टहनियों से सट रहे 33 हजार वोल्ट के तार, अनदेखी से हादसे की आशंका
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पेड़ की टहनियों से 33 हजार वोल्ट का तार सट रहा है, जिससे बार-बार लाइन ट्रिप कर रही. यह वह लाइन है, जिस पर तीन विद्युत उपकेंद्र बरारी, सेंट्रल जेल व मायागंज स्थापित है. पेड़ की टहनियों के चलते सोमवार को पूरे दिन लाइन ट्रिप करती रही और पूर्वी शहर की बिजली ठप होती रही. स्थानीय लोगों के द्वारा इंजीनियरों का ध्यान दिलाने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है. इंजीनियरों की अनदेखी का खामियाजा पूर्वी शहर के उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है.
शहर में इंजीनियरों व लाइनमैन की फौज, नतीजा सिफर
इलेक्ट्रिक सप्लाई सर्किल क्षेत्र में सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने वाला शहरी क्षेत्र (मोजाहिदपुर डिवीजन) है. यहां तीन सब डिवीजन है, जिसमें एग्जीक्यूटिव सहित असिस्टेंट व जूनियर इंजीनियर के अलावा लाइनमैन की फौज खड़ी है. यहां सबसे ज्यादा बिजली व्यवस्था चौपट है. सरकारी बिजली व्यवस्था होने के बाद से यह दिनों-दिन बेपटरी होती जा रही है. विभागीय स्तर पर अनदेखी का नतीजा है कि बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुधर नहीं रही है.