अक्तूबर से ट्रेन में बेटिकट पकड़े गये, तो चार गुणा फाइन

भागलपुर : रेलवे जल्दबाजी में बिना टिकट ट्रेन में चढ़ने वाले यात्रियों से जुर्माना वसूलने के बजाय इस साल से एक हजार रुपये तक जुर्माना राशि वसूलने की तैयारी कर रही है. बेटिकट यात्रियों को अब जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. यानी, बिना टिकट या अनधिकृत सफर करते पकड़े गये तो जुर्माना चार गुणा लगेगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2018 7:40 AM
भागलपुर : रेलवे जल्दबाजी में बिना टिकट ट्रेन में चढ़ने वाले यात्रियों से जुर्माना वसूलने के बजाय इस साल से एक हजार रुपये तक जुर्माना राशि वसूलने की तैयारी कर रही है. बेटिकट यात्रियों को अब जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. यानी, बिना टिकट या अनधिकृत सफर करते पकड़े गये तो जुर्माना चार गुणा लगेगा.
अक्तूबर से लागू हो सकता नया नियम : रेलवे बोर्ड अक्तूबर से जुर्माना राशि बढ़ाने की घोषणा कर सकता है. बिना टिकट यात्रियों से एक हजार रुपये जुर्माने के साथ किराया भी वसूल करेगा. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने अधिकारियों को बिना टिकट जुर्माना बढ़ाने के लिए कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है. साथ ही सभी रेल मंडल के अधिकारियों से सुझाव भी मांगे हैं.
250 रुपये में अब नहीं चलेगा काम: बेटिकट यात्री भी अपनी आदतों से मजबूर हैं. ट्रेनों में सुखद यात्रा करेंगे मगर, बेटिकट.
मंदारहिल रेल खंड पर हंसडीहा पैसेंजर ट्रेन इसका ताजा उदाहरण है. यह ट्रेन शुरुआती दिनों से ही घाटे में चल रही है. हर स्टेशन पर टिकट काउंटर रहते यह सोच कर लोग घर से निकलते हैं कि पकड़ाया तो 250 रुपये ही न लगेगा. इस मानसिकता पर अब सुखद रेल सफर नहीं होगा. पकड़ाने पर एक हजार रुपये तक जुर्माना लगेगा.
पहले जुर्माना वसूलने की बजाय टीसी से टिकट लेने की दी थी सुविधा
साल 1999 से पहले बेटिकट यात्री के लिए जुर्माना 50 रुपये था. इसके बाद जुर्माना राशि बढ़ा कर 250 रुपये कर दी गयी. लगातार 19 साल तक यह नियम लागू रहा. अब इसमें बदलाव करने की तैयारी की जा रही है. दरअसल, रेलवे का मानना है कि में बेटिकट यात्रा एक गंभीर समस्या बना हुआ है. हजारों लोग रोज रेल में बिना टिकट यात्रा करते हैं.
विशेष टिकट चेकिंग अभियान जरूरी: भागलपुर स्टेशन का हाल यह है कि कोई भी बिना रोकटोक के कोई भी प्रवेश कर जाता है. टिकट लिया है या नहीं, पूछने वाला तक कोई नहीं है. ट्रेन से उतरने वाले भी आसानी से स्टेशन से बाहर हो जाते हैं. दरअसल, लंबे समय से विशेष टिकट चेकिंग अभियान नहीं चलाया गया है. स्टेशन के निकास व प्रवेश द्वार पर कभी-कभार टीटीइ खड़े मिलते हैं. टीटीइ खड़े रहने या न रहने से बेटिकट यात्रियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है.

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