प्रिय पिताजी, आप बीसीइ को वैश्विक संस्थान बनाना चाहते थे, लेकिन आपके अच्छे काम को लोग भूल गये

भागलपुर : भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज (बीसीइ) के पूर्व प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार को हटाये जाने की निंदा देश-विदेश में हो रही है. साथ ही उनके साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर उन्हें सांत्वना भी दे रहे हैं. पूर्व प्राचार्य की बेटी व एम्स पटना की सीनियर रेसिडेंट डॉ मनीषा ने मैसेज के जरिये अपने उद्गार व्यक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2018 4:47 AM

भागलपुर : भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज (बीसीइ) के पूर्व प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार को हटाये जाने की निंदा देश-विदेश में हो रही है. साथ ही उनके साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर उन्हें सांत्वना भी दे रहे हैं. पूर्व प्राचार्य की बेटी व एम्स पटना की सीनियर रेसिडेंट डॉ मनीषा ने मैसेज के जरिये अपने उद्गार व्यक्त किये हैं. उन्होंने अपने मैसेज के जरिये कहा कि, आप बीसीइ को वैश्विक संस्थान बनाना चाहते थे. लेकिन बहुत कुछ कहा और किया गया है. मैं कल्पना कर सकती हूं कि बाइपास सर्जरी के बावजूद छात्रों को सिखाने के लिए आपका निरंतर प्रयास रहा. आपको सख्ती से निर्देश दिया गया था कि आप खुद को तनाव न दें और हमने आपको आराम करने व इस्तीफा देने को कहा था. आपके समर्पण से आपको क्या मिला? आपका अच्छा काम लोग भूल गये. लेकिन यह आपकी विफलता नहीं है.

जीसस और गांधी को विरोध सहना पड़ा. कोल इंडिया के जीएम एमके सिंह ने कहा कि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरा पहला विचार यह है कि शुरुआत में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए किसी भी बदलाव का विरोध किया जाता है. गैलीलियो, जीसस क्राइस्ट व महात्मा गांधी का पहले विरोध हुआ, उसके बाद उनके रास्ते पर पूरी दुनिया चली. भगवान आपको इस स्थिति से मना करने के लिए ताकत देंगे. वहीं अमेरिका में कार्यरत इंजीनियर मधुरेश नागसेन ने घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि, प्रोफेसर निर्मल ने गुणवत्ता के साथ सुधार के नियमों को लागू करने का प्रयास किया. प्रोफेसर निर्मल जैसे लोग दुर्लभ हैं, जो न केवल बिहार को बल्कि भारत को उत्साह से बदलने की कोशिश कर रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version