घटना स्थल पर पहुंचे प्रशासनिक पदाधिकारी व कर्मचारी
भागलपुर : प्रमंडलीय आयुक्त में प्रतिनियुक्त लिपिक राकेश कुमार सिंह की दर्दनाक मौत की घटना से कलेक्ट्रेट व अन्य सरकारी कार्यालय में शोक की लहर दौड़ पड़ी. कार्यालय के कर्मी काम को छोड़ घटना स्थल पर दौड़ कर आये. घटना स्थल पर सबसे पहले जिला कल्याण पदाधिकारी सुनील कुमार शर्मा व नाथनगर अंचलाधिकारी आये. उनके […]
भागलपुर : प्रमंडलीय आयुक्त में प्रतिनियुक्त लिपिक राकेश कुमार सिंह की दर्दनाक मौत की घटना से कलेक्ट्रेट व अन्य सरकारी कार्यालय में शोक की लहर दौड़ पड़ी. कार्यालय के कर्मी काम को छोड़ घटना स्थल पर दौड़ कर आये. घटना स्थल पर सबसे पहले जिला कल्याण पदाधिकारी सुनील कुमार शर्मा व नाथनगर अंचलाधिकारी आये. उनके स्तर पर अन्य पदाधिकारियों को मामले की सूचना दी गयी. इसके बाद एडीएम(राजस्व) राजेश झा राजा, सदर एसडीओ आशीष नारायण, गोपनीय प्रभारी संजय कुमार सिन्हा, जिला लेखा पदाधिकारी आदि आये. उन्होंने तत्काल लिपिक के शव को एंबुलेंस के माध्यम से पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया.
घटना के घंटे बाद पहुंची सरकारी एंबुलेंस : डीएम चैंबर से चंद मीटर की दूरी पर लिपिक राकेश कुमार सिंह की मौत पेड़ के गिरने से हुई. तभी कल्याण कार्यालय की मनोरमा डाक लेकर जा रही थी, उसने इसकी सूचना पदाधिकारी सुनील कुमार शर्मा को दी गयी. उसी समय एंबुलेंस को भी सूचित किया गया. मगर दोपहर 2.07 बजे हुई घटना के घंटे भर बाद सरकारी एंबुलेंस वहां आयी और शव को ले गयी.
डीएम के निर्देश पर तत्काल शोक सभा हुआ और बंद हुए विभाग : डीएम प्रणव कुमार ने दर्दनाक हादसा होने की सूचना के बाद शोक सभा करने व काम को स्थगित करने के लिए कहा. इसके बाद पदाधिकारियों व कर्मचारियों ने डीएम चैंबर के सामने दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान एडीएम(राजस्व) राजेश झा राजा, सदर एसडीओ आशीष नारायण, गोपनीय प्रभारी संजय कुमार सिन्हा, जिला लेखा पदाधिकारी, कोषागार पदाधिकारी मनीष कुमार सहित सभी कर्मचारी उपस्थित थे. करीब तीन बजे सरकारी विभाग में काम को स्थगित कर दिया. यही कार्रवाई प्रमंडल में भी हुआ, जहां कामकाज शोक सभा के बाद बंद कर दिया. शोक सभा के बाद कर्मियों ने कुछ राशि भी एकत्र किये और पीड़ित परिवार को दिया.
घटनास्थल पर पहुंचे नाथनगर अंचलािधकारी व उनके कर्मियों ने दबे लोगों को निकाला
पेड़ गिरने के बाद वहां सबसे पहले स्थानीय लोगों समेत नाथनगर के सीओ पहुंचे. इसके अलावा अल्पसंख्यक कार्यालय में तैनात सिपाही मो एजाज अंसारी समेत कई स्थानीय लोग भी थी. इन लोगों की मदद से पेड़ को उठा कर उसके नीचे दबे लोगों को निकाला गया. वहीं घटना के बाद सीओ ने अपनी सरकारी गाड़ी से दो घायलों को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल भेजा. वहीं इसके अलावा कचहरी में किसी काम से आये संदीप शरण नामक व्यक्ति ने भी अपनी निजी गाड़ी में घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया. उन्होंने बताया कि घटना के बाद संजीव कुमार साहा और उनकी पत्नी बेहोश थी. वहीं ललन कुमार होश में थे. राकेश सिंह का नब्ज टटोलने पर उन्हें मृत पाया गया.
फिर फेल हुई एसडीआरएफ की टीम, नहीं काम आया कटर
घटनास्थल पर करीब एक घंटे के बाद एसडीआरएफ इंस्पेक्टर गणेश ओझा अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे थे. पेड़ को काटने के लिए वह अपने साथ कटर मशीन भी लेकर आये थे. एसडीआरएफ टीम द्वारा लाया गया कटर मशीन काम ही नहीं कर रहा था. आधे घंटे की मशक्कत के बाद भी कटर मशीन स्टार्ट नहीं हुआ. फिर नगर निगम की जेसीबी मशीन को बुलाया गया. शव को अस्पताल भेजने के बाद जेसीबी मशीन की मदद से गिरे हुए पेड़ को घटनास्थल से हटा कर सड़क के किनारे किया गया.