भागलपुर : कहलगांव-करारी तिनटंगा फेरी सेवा जहाज का कहलगांव आने के दौरान गंगा की मध्य धार में इंजन फेल हो गया. इसके बाद जहाज गंगा की तेज धार में करीब पांच किमी तक बह गया. जहाज करारी तिनटंगा से बुधवार की शाम को कहलगांव आ रहा था. उसपर 40 यात्री सवार थे और दर्जन भर से अधिक बाइक लदी थी. तेज धार में जहाज बहने लगा, तो यात्रियों ने रोना-चिल्लाना शुरू कर दिया. कहलगांव स्थित फेरी सेवा कार्यालय के कर्मचारियों को काफी देर बाद यात्रियों का शोर सुनायी पड़ा, तब बचाव कार्य शुरू किया गया. तब तक जहाज गंगा की तेज धार में बहकर करीब पांच किमी दूर कासड़ी गांव के पास पहुंच गया था. यदि बचाव कार्य और जहाज को कब्जे में लेने में और अधिक देरी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था.
यंत्र चालित नौका से वापस लाया गया जहाज
बता दें कि जिला प्रशासन ने कहलगांव व गंगा पार स्थित करारी तिनटंगा के बीच फेरी सेवा शुरू करायी है. अभी गंगा में आयी बाढ़ को देखते हुए जहाज तीन ट्रिप ही लगा रहा है. जहाज बुधवार को आखिरी ट्रिप में गंगा पार से कहलगांव घाट लौट रहा था. जहाज पर सवार एक कर्मचारी नवीन ने बताया कि गंगा में आधा रास्ता तय करने के बाद जहाज के इंजन में अचानक गड़बड़ी आ गयी और वह बंद हो गया. ठीक करने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद तेज धार में जहाज बहने लगा. इधर, सूचना मिलने पर कहलगांव स्थित चारो धाम से गोपाल मांझी की यंत्र चालित बड़ी नाव को जहाज को कब्जे में लेने के लिए भेजा गया. करीब पांच किमी दूर बह चुके जहाज को कब्जे में लिया गया. तेज उल्टी धार के कारण जहाज को वापस लाने में भारी मुश्किल हुई.