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अंग विहार अपार्टमेंट के मालिकाना हक में सृजन समिति की हिस्सेदारी के सबूत ढूंढ़े

भागलपुर : शहर के कई आवास व प्रतिष्ठानों पर इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी शुक्रवार को भी जारी रहा. रानी तालाब स्थित अंग विहार अपार्टमेंट के कार्यालय में विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी फाइलों और दस्तावेजों को खंगालते रहे. विभाग की टीम ने गुरुवार सुबह 11 बजे के बाद अपार्टमेंट में दबिश दी थी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2018 4:59 AM
भागलपुर : शहर के कई आवास व प्रतिष्ठानों पर इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी शुक्रवार को भी जारी रहा. रानी तालाब स्थित अंग विहार अपार्टमेंट के कार्यालय में विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी फाइलों और दस्तावेजों को खंगालते रहे. विभाग की टीम ने गुरुवार सुबह 11 बजे के बाद अपार्टमेंट में दबिश दी थी. टीम के सदस्य शुक्रवार देर शाम तक अपार्टमेंट के ऑफिस में जमे थे. इनकम टैक्स विभाग की टीम अपार्टमेंट के कार्यालय में करीब 36 घंटे का समय गुजार चुकी है.
सृजन घोटाले के आरोपी पीके घोष व उनके पार्टनर्स के पास अंग विहार अपार्टमेंट का मालिकाना हक है. इसकी एक हिस्सेदारी में सृजन समिति भी है. विभागीय सूत्रों की माने तो ऑफिस में अपार्टमेंट के फ्लैट की खरीद बिक्री व किराये के कागजात मिले हैं. इन कागजात को विभाग ने जब्त कर लिया है. कागजात में अपार्टमेंट के मालिकाना हक के साथ सृजन से सांठगांठ के सबूत ढूंढे जा रहे हैं.
वहीं विभाग अनुमान लगाने में जुटी है कि अपार्टमेंट के कितने फ्लैट बेचे गये हैं, वहीं कितने फ्लैट को किराये पर लगाया गया है. विभाग अब तक अपार्टमेंट से हुई कमाई का आकलन कर रहा है. वहीं अपार्टमेंट के हिस्सेदारों द्वारा इनकम टैक्स विभाग को दिखाये संपत्ति से मिलान करेगी. अगर अपार्टमेंट की कमाई की बात इनकम टैक्स विभाग से छिपायी गयी है तो हिस्सेदारों पर आय से अधिक संपत्ति का मामला बनेगा.
इनकम टैक्स विभाग की दबिश
विभाग अनुमान लगाने में जुटी है कि अपार्टमेंट के कितने फ्लैट बेचे गये हैं, अब तक अपार्टमेंट से हुई कमाई का आकलन कर रही है.
अगर अपार्टमेंट की कमाई की बात इनकम टैक्स विभाग से छिपायी गयी है तो हिस्सेदारों पर आय से अधिक संपत्ति का मामला बनेगा.
भीखनपुर में छापेमारी कर रही टीम
अंग विहार अपार्टमेंट में तैनात इनकम टैक्स विभाग की टीम के अन्य पदाधिकारी शुक्रवार को भीखनपुर स्थित पीके घोष के आवास पर छापेमारी कर रही थी. अपार्टमेंट में छापेमारी का काम शुक्रवार शाम पांच बजे तक करीब करीब पूरा हो चुका था. यहां मौजूद टीम को अपने वरीय पदाधिकारियों के निर्देश का इंतजार था. टीम में दो एसटीएफ के जवान, एक अधिकारी व दो कर्मचारी शामिल थे.
अपार्टमेंट के 40 से अधिक फ्लैट की कीमत का आकलन
सूचना मिली है अंग विहार अपार्टमेंट में करीब 40 से ज्यादा फ्लैट हैं. मुख्य अपार्टमेंट से साथ सटे दो अन्य अपार्टमेंट भी अंग विहार से जुड़े हैं. इन दोनों अपार्टमेंट से हो रही कमाई की जानकारी इनकम टैक्स विभाग के पास नहीं है. अन्य दो अपार्टमेंट पूरी तरह बन कर तैयार नहीं है. बावजूद इन फ्लैट में कई परिवार रह रहे हैं. तीनों टावर के अपार्टमेंट से जुड़ी फाइलाें को इकट्ठा कर कार्यालय के टेबुल पर रखा गया था.

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