बाढ़ पीड़ित शरणस्थली में स्वास्थ्य शिविर शुरू, दवा व प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध

भागलपुर : बाढ़ प्रभावित इलाके में जलस्तर घटने से महामारी की आशंका बढ़ गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है और बाढ़ पीड़ितों के शरणस्थली पर स्वास्थ्य शिविर लगाने की व्यवस्था की गयी है. यहां दवा से लेकर चिकित्सक, नर्स व अन्य जरूरी चीज उपलब्ध करायी गयी है. शहर के पांच स्थानों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2018 8:49 AM
भागलपुर : बाढ़ प्रभावित इलाके में जलस्तर घटने से महामारी की आशंका बढ़ गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है और बाढ़ पीड़ितों के शरणस्थली पर स्वास्थ्य शिविर लगाने की व्यवस्था की गयी है. यहां दवा से लेकर चिकित्सक, नर्स व अन्य जरूरी चीज उपलब्ध करायी गयी है.
शहर के पांच स्थानों पर खुला अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र
सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार के निर्देश पर शहर के पांच बाढ़ पीड़ित शरणस्थली पर अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र खोला गया है. इसमें शंकरपुर दियारा की शरणस्थली टीएनबी कॉलेजिएट, इवनिंग कॉलेज व टिल्हा कोठी में स्वास्थ्य केंद्र खोला गया है. रसीदपुर बेरिया, राघोपुर, गोसाइदासपुर, रन्नूचक के बाढ़ पीड़ितों के लिए महाशय ड्योढ़ी व सीटीएस परिसर में स्वास्थ्य जांच केंद्र खोला गया है. सभी स्थानों पर चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम व पारा मेडिकल स्टाफ तत्पर हैं.
अब तक नहीं मिली शिकायत
सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रशिक्षक आनंद कुमार ने बताया कि अब तक किसी भी शरणस्थली से महामारी से पीड़ित मिलने की शिकायत नहीं है. डायरिया, दस्त व सर्पदंश के पीड़ितों पर ध्यान दिया जा रहा है. हालांकि सभी प्रकार के रोगों की दवा उपलब्ध करायी गयी है. उन्होंने बताया कि अक्सर बाढ़ खत्म होने के बाद महामारी का डर बढ़ जाता है. बाढ़ के पानी की मछली संक्रमित होती है. इसके सेवन करने से बीमारी हो जाती है. साथ ही अन्य संक्रामक रोगों का भी भय बढ़ जाता है.
नोडल पदाधिकारी ने किया निरीक्षण
नोडल पदाधिकारी डॉ सीएम सिंह के नेतृत्व में टिल्हा कोठी, रंगरा, नाथनगर आदि बाढ़ पीड़ित शरणस्थली में जाकर बाढ़ पीड़ितों का निरीक्षण किया गया. उन्होंने कहा कि किसी तरह की शिकायत को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग है.

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