इंटर लॉकिंग के कारण रोजाना आठ करोड़ का कारोबार प्रभावित

भागलपुर : इंटर लॉकिंग के कारण ट्रेनों के रूट परिवर्तन व कई ट्रेन रद्द होने से पूर्वी बिहार, संथाल परगना तक फैले भागलपुर बाजार में असर दिखना शुरू हो गया. रोजाना सभी तरह के व्यापार से आठ करोड़ तक कारोबार प्रभावित हो रहा है. बाजार के विशेषज्ञों की मानें तो भागलपुर के बाजार से रोजाना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 21, 2018 7:30 AM
भागलपुर : इंटर लॉकिंग के कारण ट्रेनों के रूट परिवर्तन व कई ट्रेन रद्द होने से पूर्वी बिहार, संथाल परगना तक फैले भागलपुर बाजार में असर दिखना शुरू हो गया. रोजाना सभी तरह के व्यापार से आठ करोड़ तक कारोबार प्रभावित हो रहा है. बाजार के विशेषज्ञों की मानें तो भागलपुर के बाजार से रोजाना 25 से 30 करोड़ का कारोबार होता है, जबकि जब लगन व अन्य कारोबारी मौसम आता है तो कारोबार में इजाफा हो जाता है.
अब दुर्गा पूजा व धनतेरस का मौसम आ रहा है. इसमें कारोबार बढ़ जाता है. जिन क्षेत्रों का ट्रेन रद्द हुई या रूट चेंज की गयी है, उन क्षेत्रों के छोटे कारोबारी कपड़े की खरीदारी करने भागलपुर बाजार पहुंचते हैं. अब बाजार पहुंचने में दिक्कत आ रही है. दशहरा मेला को लेकर कपड़े का कारोबार ही अधिक होता है. थोक कपड़ा कारोबारी श्रवण बाजोरिया ने बताया कि, प्रतिदिन आठ से 10 करोड़ का कारोबार प्रभावित हो रहा है.
छोटे कारोबारी यहां आने से वंचित हो गये. बाजार में केवल स्थानीय ग्राहकों की भीड़ रह गयी है. लखीसराय, बरहड़वा, साहिबगंज व पाकुड़ तक के कारोबारी यहां आकर माल ले जाते हैं. वहीं थोक किराना व मसाला कारोबारी विनोद जैन ने बताया कि, किराना व मसाला के लिए जमालपुर, पाकुड़ आदि क्षेत्रों से लोग कम आते हैं. इससे पांच फीसदी तक असर पड़ेगा. विक्रमशिला पुल बंद होने पर कारोबार पर खासा असर पड़ेगा.
माल तो दूसरे रूट से आ जायेगा, लेकिन ग्राहकों की भीड़ कम होने से कारोबार पर खास असर पड़ेगा. थोक दवा कारोबारी प्रदीप जैन ने बताया कि दवा के कारोबार पर आंशिक असर पड़ रहा है. विक्रमशिला पुल बंद होने पर 50 से 60 फीसदी तक असर पड़ना तय है.
22 से 24 घंटे में आनंद विहार पहुंचने वाली विक्रमशिला 30 घंटे में पहुंचेगी
जमालपुर-पटना होकर आनंद बिहार जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस को आनंद बिहार टर्मिनल पहुंचने में 22 से 24 घंटे का समय लगता था, लेकिन रूट बदल कर धनबाद-गया के रास्ते जा रही यह ट्रेन लगभग 30 घंटे बाद पहुंचेगी. इस तरह छह से आठ घंटे का अधिक समय लगेगा. इस रूट में साहिबगंज में सिर्फ गार्ड चेंज होगा, उसके बाद किसी भी स्टेशन पर ट्रेन नहीं रुकेगी. ट्रेन को ले जा रहे चालक एके पासवान और एके रंजन ने बताया कि पहली बार इस रूट से यह ट्रेन जा रही है. देखिये कितना समय लगता है, हम तो चाहते हैं कि यात्री आनंद बिहार टर्मिनल समय पर पहुंच जाये.

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