भागलपुर : बिहार के भागलपुर में हबीबपुर थाना क्षेत्र के शाहजंगी स्थित तालाब के पास अवैध बालू लेकर जा रहे बिना नंबर के तेज रफ्तार ट्रैक्टर से कुचलकर बाइक सवार युवक की मौत हो गयी. घटना रविवार सुबह की है, जब मो इस्लाम वारसी उर्फ विक्की अपने मृत पिता का कब्र तैयार कराने अपनी बाइक से शाहजंगी कब्रिस्तान की ओर जा रहा था. तभी पंखा टोली की तरफ से आ रहे ट्रैक्टर की चपेट में आ गया. जिसमें मौके पर ही उसकी मौत हो गयी.
घटना के बाद आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों ने मुआवजे की मांग और हबीबपुर थानाध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर करीब साढ़े पांच घंटे सड़क जाम किया. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने हबीबपुर पुलिस की पिटाई कर एक सिपाही का राइफल छीन लिया. काफी समझाने बुझाने के बाद सिपाही को राइफल वापस किया गया.
घटना रविवार सुबह साढ़े छह बजे की है जब इस्लाम वारसी अपने मृत पिता मो सईद वारसी जिनकी मौत लम्बी बीमारी के बाद शनिवार देर शाम हो गयी थी. मृत पिता के कब्र को तैयार कराने वह अपने भाई सन्नी के साथ शाहजंगी कब्रिस्तान जा रहा था. तभी बिना नंबर के बालू लदी एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर पंखा टोली की तरफ से आ रही थी. शाहजंगी तालाब के पास ही ट्रैक्टर सामने से आ बाइक को देखकर ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गयी और बाइक में धक्का मार दिया. धक्का लगने के बाद बाइक सवार इस्लाम का सिर ट्रैक्टर के चक्के के नीचे आ गया. जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी.
वहीं उसके साथ बाइक पर बैठा उनका भाई मो सन्नी जमीन पर जा गिरा, जिसकी वजह से वह आंशिक रूप से चोटिल हो गया. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सबसे पहले ट्रैक्टर चालक को पकड़कर उसकी पिटाई कर दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची हबीबपुर पुलिस को लोगों ने अपना निशाना बनाया और हबीबपुर गश्ती पार्टी में मौजूद पदाधिकारी और सिपाही को पीट दिया. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने एक सिपाही की रायफल छीन ली और उसे हवा में उछालने लगे. जिसके बाद कुछ लोगों के कहने पर सिपाही की रायफल उसे वापस कर दी गयी.
घटना के बाद लोगों ने घटनास्थल के दोनों तरफ बांस बल्ला लगाकर जाम कर दिया. देखते ही देखते लोगों का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उन्होंने पंखा टोली चौक, धोबिया काली स्थान चौक और बाबुचक चौक पर भी बीच सड़क वाहनों और बांस बल्ला लगाकर आगजनी की और हंगामा कर सड़क को जाम कर दिया. इस दौरान लोगों को शांत कराने के लिये पहले हबीबपुर थानाध्यक्ष पहुंचे पर लोगों ने उन्हें भी हबीबपुर थानाध्यक्ष के पद से हटाने और हबीबपुर पुलिस के विरुद्ध जमकर नारे लगाया और थानाध्यक्ष को भी खदेड़ दिया. जिसके बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर नाथनगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मो जनीफउद्दीन और ललमटिया थानाध्यक्ष संजीत कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की विस्तृत जानकारी वरीय अधिकारियों को दी.
देखते ही देखते मौके पर कोतवाली थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर केएन सिंह, तातारपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अमरनाथ प्रसाद, कजरैली थानाध्यक्ष कौशल भारती, विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष संतोष शर्मा अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. उक्त पदाधिकारियों के समझाने के बाद भी जब मामला शांत नहीं हुआ तो भागलपुर एसएसपी भी घटनास्थल का जायजा लेने के लिये शाहजंगी पहुंच गये. पर लोगों का पुलिस के प्रति विरोध देखकर उन्होंने कुछ लोगों को थाना पहुंच उनसे मिलने की बात कही और वहां से चले गये.
इस दौरान सदर एसडीओ आशीष नारायण और सिटी डीएसपी भी मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराने का प्रयास किया. पर मुआवजे और थानाध्यक्ष को हटाने की मांग पर लोग अड़े रहे. लोगों को शांत कराने के लिये पीस कमेटी के सदस्यों को बुलाया गया. जिन्होंने मृतक के परिजनों, रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों के साथ करीब डेढ़ घंटे तक बैठक कर मुआवजे की बात पर राजी हो गये. जिसके बाद सदर एसडीओ के निर्देश पर तत्काल परिजनों को बीस हजार रुपये और बाद में चार लाख रुपये मुआवजे की राशि देने की बात पर लोग मान गये और दिन के ठीक 12 बजे जाम को खत्म कर शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया.