रंगदारी नहीं देने पर भाई की हत्या करने वाला अपराधी गिरफ्तार

भागलपुर/नाथनगर : अपने भाई दिनेश यादव की हत्या और व्यापारी अशोक साह को रंगदारी नहीं देने पर गोली मारने का आरोपित मन्नू यादव मंगलावार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इसके पास से एक देसी कट्टा और नौ गोली बरामद हुई है. बताया जा रहा है कि, घटना को अंजाम देने के बाद शातिर फरार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2018 5:32 AM
भागलपुर/नाथनगर : अपने भाई दिनेश यादव की हत्या और व्यापारी अशोक साह को रंगदारी नहीं देने पर गोली मारने का आरोपित मन्नू यादव मंगलावार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इसके पास से एक देसी कट्टा और नौ गोली बरामद हुई है. बताया जा रहा है कि, घटना को अंजाम देने के बाद शातिर फरार हो गया था. सोमवार को वह अपने घर करेला आया था. जिसकी जानकारी पुलिस को लगी तो नाथनगर और मधुसूदनपुर पुलिस ने संयुक्त छापेमारी कर उसे खदेड़ कर दबोच लिया. मामले की जानकारी एसएसपी आशीष भारती ने प्रेसवार्ता के दौरान दी.
एसएसपी ने बताया कि मन्नू यादव कुछ माह पहले ही जेल से जमानत पर रिहा हुआ था. बाहर निकलने के बाद उसने अपराधिक वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया था. इसी कड़ी में उसने नाथनगर के व्यापारी अशोक साह से रंगदारी मांगी और रंगदारी नहीं देने पर उसे गोली मार दी. इसके बाद वह अपने घर गया और भाई से रंगदारी मांगने लगा. जब भाई ने इस बात का विरोध किया तो मन्नू ने अपने भाई दिनेश यादव की भी हत्या गोली मार दी थी.घटना को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया था. इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया.
व्यापारियों से मांगता था रंगदारी, नहीं देने पर देता था जान से मारने की धमकी. मन्नू यादव का खौफ नाथनगर के व्यापारियों के बीच कायम हो रहा था. वह फोन पर व्यापारियों से सीधे रंगदारी की मांग करता था और मना करने पर गोली मारने की धमकी देता था. साथ ही अपने भाई की हत्या का भी हवाला देता था. व्यापारियों ने इस बात की शिकायत कई बार पुलिस से की थी.
बताया जा रहा है कि, यह कुख्यात जेल में बंद अपराधी सत्तन यादव का दायां हाथ है. सत्तन के जेल जाने के बाद वह अपना राज इलाके में कायम रखना चाहता था. पूर्व राजद जिला अध्यक्ष लक्ष्मीकांत यादव हत्या कांड में भी इसका नाम शूटर के रूप में आया था. बताया जाता है कि मन्ना कुख्यात सत्तन के लिए शूटर का काम करता था. पिछले दिनों मोजाहिदपुर पुलिस ने मन्नू को आर्म्स एक्ट में जेल भेजा था. जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद उसने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया था.

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