भागलपुर : मिली राहत, हुई एंबुलेंस की व्यवस्था, सरकारी बस स्टैंड में छायी वीरानगी
भागलपुर : विक्रमशिला सेतु के पाये में आयी दरार को ठीक करने के लिए दूसरे दिन भी पुल पर वाहनों का परिचालन बंद रहा. लोग साइकिल से या फिर पैदल ही पुल पार कर पाये. आम लोगों के सहयोग व चुस्त प्रशासनिक व्यवस्था के कारण काम तेजी से हो पा रहा है. कड़ी धूप में […]
भागलपुर : विक्रमशिला सेतु के पाये में आयी दरार को ठीक करने के लिए दूसरे दिन भी पुल पर वाहनों का परिचालन बंद रहा. लोग साइकिल से या फिर पैदल ही पुल पार कर पाये. आम लोगों के सहयोग व चुस्त प्रशासनिक व्यवस्था के कारण काम तेजी से हो पा रहा है. कड़ी धूप में भी पुलिस व मजदूर अपने काम में डटे रहे. इस बीच मरीजों को राहत देने के लिए स्वास्थ्य विभाग अपनी सुविधा को बढ़ाने में लग गया है. इसके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है.
भागलपुर के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने बताया कि नवगछिया के हर पीएचसी में एक-एक एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया है. पूर्णिया के सिविल सर्जन डॉ केएम पूर्वे ने बताया कि भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से बात हुई है. वे दक्षिणी पार में अपना एंबुलेंस रखेंगे और उत्तरी पार में पूर्णिया सदर अस्पताल का एंबुलेंस मौजूद रहेगा. बेहोश मरीजों के लिए कटिहार मेडिकल कॉलेज से बात की गयी है. वहां उसे भेजा जायेगा.
डीएम के निर्देश पर रेडक्रॉस सेतु पर दिव्यांगजन व मरीज को कार्य स्थल से पार करने में सुविधा को लेकर व्हीलचेयर, स्ट्रेचर आदि की सुविधा दे रहा है. रेडक्रॉस के आपदा प्रभारी मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि उक्त सामान को पुल पर तैनात दंडाधिकारी को सौपेंगे. वे अपने अधीन सामान का प्रयोग सुविधा के अनुसार करवाना सुनिश्चित करेंगे.
दूसरी ओर मुंबई की कार्य एजेंसी रोहरा रीबिल्ड एसोसिएट ने विक्रमशिला सेतु पर चल रहे कार्यों में तेजी लाने का फैसला लिया है, जिससे कि वह समय से पहले काम पूरा करा सके. इसके लिए अब रात एक बजे तक काम होगा.
मशीनरी उपकरण के अलावा पुल पर दो तरह के केमिकल, नया ज्वाइंट एक्सपेंशन, ड्रिल मशीन, नया बॉल-बियरिंग, कार्बन प्लेट आदि मंगा की व्यवस्था की है. पुल के पाया नंबर दो व तीन के बीच आर्टिकुलेशन (जोड़बंदी) के स्पेंडेड स्पेन में आयी दरार को ठीक करने के कार्य की विधि आइआइटी दिल्ली से मिली है और इस पर जो काम चल रहा है, उसकी मॉनीटरिंग मुंबई से हो रही है. रोहरा रीबिल्ड एसोसिएट के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगलवार को भागलपुर आ रहे हैं. वह यहां दो दिनों तक रुकेंगे और कार्य प्रगति की समीक्षा करेंगे. विक्रमशिला सेतु में आयी दरार को बेहतर तरीके से भरने के बाद इसकी सेहत 15 साल तक के लिए सुधर जायेगी.
इधर, पथ परिवहन निगम कटिहार व पूर्णिया की ओर से जाने वाली नौ बसों का परिचालन बंद है. नौ बसों में आठ बस पूर्णिया व एक बस कटिहार आती-जाती है.
इन बसों के बंद होने के बाद शनिवार को पूरे पथ परिवहन निगम परिसर में विरानी छायी हुई है. बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की (पूर्णिया) ओर से भागलपुर के लिए कुल 29 बसें चल रही हैं. क्षेत्रीय प्रबंधक (पूर्णिया) नरेश झा ने कहा कि 01 अक्तूबर से अंडर टेकिंग चलने वाली बसों का भी परिचालन बंद कर दिया जायेगा. नवगछिया में सरकारी बसों से लोकल एजेंटों द्वारा जबरन 20 फीसदी कमीशन की वसूली की जा रही है.
प्रभात खबर की खबर पर लिया संज्ञान
विक्रमशिला पुल पर दूसरे जिले से आने वाले मरीजों की परेशानी को प्रभात खबर ने प्रमुखता से उठाया था. खबर पर सिविल सर्जन ने भी संज्ञान लिया.
आज नवगछिया और जिरो माइल के समीप चिकित्सा सुविधा बेहतर किया गया. सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने बताया कि मुख्यालय नवगछिया अस्पताल को बनाया गया है. यहां दो एंबुलेंस की सुविधा है. ग्रामीण क्षेत्र के मरीज जो गंभीर हालत में पीएचसी आयेंगे उनको तुरंत एंबुलेंस की सेवा दी जायेगी. ऐसे मरीज अगर पटना, कटिहार समेत किसी भी शहर में जाना चाहे उनको तुरंत पहुंचा दिया जायेगा.
इसके अलावा हरेक पीएचसी में एंबुलेंस के साथ साथ स्टैचर और विल चेयर का भी व्यवस्था कर दिया गया है . जिससे मरीजों को किसी तरह की परेशानी ना हो. पीएचसी में आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिले इसके लिए जिले से अतिरिक्त चिकित्सक, नर्स को भेजा गया है. सभी अपनी अपनी ड्यूटी दे रहे हैं.
आगे उन्होंने बताया कि जिले में एंबुलेंस की कमी है. इसको देखते हुए दूसरे जिले से एंबुलेंस लाने की व्यवस्था किया जा रहा है. निकट के जिले के सिविल सर्जन को इसके लिए पत्र लिखा गया है. सिविल सर्जन ने बताया कि मरम्मती कार्य स्थल पर अगर कोई हादसा हो जाता है तो इसके लिए भी विभाग पूरी तरह तैयार है. 102 एंबुलेंस संचालक को हर वक्त तैयार करने का निर्देश दिया गया है. सदर या नवगछिया जहां से भी पांच मिनट के अंदर एंबुलेंस घटना स्थल पर आ जाये यह वहां से भेजा जायेगा. शहर में एंबुलेंस की व्यवस्था हो जाती है, तो मरम्मती स्थल के पास भी एंबुलेंस को रखा जायेगा.
विक्रमशिला के सामानांतर सेतु बनाने को लेकर भी पुल निर्माण निगम ने काम में तेजी ला दिया है. इसके लिए सरकार से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गयी है. पुल के दाहिने (भागलपुर से नवगछिया जाते समय) तरफ करीब 100 मीटर के अंतराल पर जमीन चिह्नित की गयी है. करीब 51 एकड़ 42 डिसमिल जमीन के अधिग्रहण पर 52 करोड़ रुपये खर्च का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है.