सब्जियों के भाव आसमान पर, सौ रुपये किलो बिकी झिंगली, पर्व-त्योहार को लेकर बढ़ गये दाम
कहलगांव/घोघा : जिउतिया पर्व को लेकर रविवार को हरी सब्जियाें का भाव आसमान पर रहा. कहलगांव, घोघा, शिवनारायणपुर, सनोखर, एकचारी के सब्जी बाजारों में रविवार की शाम काफी भीड़ रही.खाजा की जमकर हुई बिक्री : जिउतिया में खाजा की महत्ता के कारण इसकी खूब बिक्री हुई. कई दुकानों में तो शाम ढलते ही खाजा का […]
कहलगांव/घोघा : जिउतिया पर्व को लेकर रविवार को हरी सब्जियाें का भाव आसमान पर रहा. कहलगांव, घोघा, शिवनारायणपुर, सनोखर, एकचारी के सब्जी बाजारों में रविवार की शाम काफी भीड़ रही.खाजा की जमकर हुई बिक्री : जिउतिया में खाजा की महत्ता के कारण इसकी खूब बिक्री हुई. कई दुकानों में तो शाम ढलते ही खाजा का स्टॉक खत्म हो गया. अपनी पसंदीदा दुकानों में खाजा नहीं मिलने के बाद कई ग्राहकों ने अपने ऑर्डर बुक कराते हुए सोमवार को ले जाने की बात कही.
महिलाएं रखेंगी व्रत, सुनेंगी कथा
सुलतानगंज : संतान के दीर्घायु के लिए महिलाओं का जिउतिया व्रत सोमवार से नहाय-खाय के साथ शुरू हो जायेगा.मंगलवार को निर्जला व्रत महिलाएं रखेंगी. पंडित शालीग्राम झा ने बताया कि सोमवार को नहाय-खाय के बाद मंगलवार को व्रत कर संध्या पूजा-अर्चना कर नवमी तिथि बुधवार को पारण किया जायेगा. व्रत के संबंध में बताया गया कि जीमूत वाहन नाम का एक राजा था. राजा ने स्त्री से बेटा के मरने का कारण पूछा तथा गरुड़ द्वारा प्रतिदिन किसी ना किसी संतान को खा जाने की बात कही.
राजा ने गरुड़ के पास पहुंच कर अपना अंग खाने को दे दिया. गरुड़ ने राजा की दयालुता पर वर मांगने को कहा. पक्षी राज से राजा ने जिन प्राणियों को खाया है, सभी को जीवित करने का वर मांगा. गरुड़ ने सभी क ो जीवित कर दिया. वह दिन अष्टमी का था. इस कारण सप्तमी से रहित अष्टमी तिथि को व्रत करने का विधान है.
कहा जाता है कि व्रत के महत्व को किसी चील ने सुन लिया जिसने अपनी सखी सियारिन को बताया. आधे पहर में सियारिन ने भोजन ग्रहण कर लिया व चील पूरे अष्टमी किसी चीज को ग्रहण नही किया. व्रत के प्रभाव से मनुष्य योनि में राजा की पत्नी सियारिन व मंत्री की पत्नी चील बनी. राजा के सभी पुत्र मर जाते थे व मंत्री के पुत्र जीवित रहने का कारण चील बनी मंत्री की पत्नी ने पूर्व जन्म की घटना को बताया.