भागलपुर : काम में आयी तेजी, समय पर पूरा होगा प्रोजेक्ट
क्षतिग्रस्त एक्सपेंशन ज्वाइंट को तोड़ कर निकालने का काम हुआ पूरा भागलपुर : विक्रमशिला सेतु के पाये में आयी दरार को ठीक करने का काम तेजी से हो रहा है. कार्य एजेंसी के इंजीनियरों व मजदूरों के मुताबिक काम समय से और बेहतर होगा. मरम्मत कार्य के दौरान कोई भी अगला कदम काफी सोच-समझ कर […]
क्षतिग्रस्त एक्सपेंशन ज्वाइंट को तोड़ कर निकालने का काम हुआ पूरा
भागलपुर : विक्रमशिला सेतु के पाये में आयी दरार को ठीक करने का काम तेजी से हो रहा है. कार्य एजेंसी के इंजीनियरों व मजदूरों के मुताबिक काम समय से और बेहतर होगा.
मरम्मत कार्य के दौरान कोई भी अगला कदम काफी सोच-समझ कर रखा जा रहा है. कुछ काम तो निर्धारित समय से एक दिन पहले ही पूरे कर लिये जायेंगे. इधर, क्षतिग्रस्त एक्सपेंशन ज्वाइंट को तोड़ कर निकालने का काम मंगलवार को पूरा हुआ. इसके साथ ही सेतु के इस पार्ट के खिसकने की आशंका भी दूर हो गयी है.
हालांकि, स्पेंडेड स्पैन कंपन कर रहा है. दरअसल, एक्सपेंशन ज्वाइंट निकाल लेने से यह बिल्कुल ही फ्री हो गया है. इसकी कनेक्टिविटी किसी भी दूसरे स्पैन के साथ नहीं रह गयी है. स्पेंडेड स्पैन केवल चारों सेंटर के क्षतिग्रस्त बॉल-बियरिंग पर रह गया है. इसके अगले दो दिनों में दरार पर कार्बन प्लेट चिपकाने का काम पूरा होगा.
बाकी सेतु को उठा कर बॉल-बियरिंग बदलने एवं नया एक्सपेंशन ज्वाइंट फिटिंग कार्य रह जायेगा. यह काम पांच अक्तूबर से होगा. क्षतिग्रस्त स्पेंडेड स्पेन हाइड्रोलिक जैक पर उठा कर बॉल-बियरिंग बदली जायेगी. स्पेंडेड स्पैन को उठाने का काम बारी-बारी से होगा. पहले एक ओर से स्पेन को उठा कर बॉल-बियरिंग बदली जायेगी. फिर दूसरी ओर का स्पेंडेड स्पैन उठा कर बॉल-बियरिंग बदलेगा.
इस काम में दो दिन लगेगा. यानी बॉल-बियरिंग बदलने के लिए पांच और छह अक्तूबर को स्पेंडेड स्पेन जैक पर उठा रहेगा. सात और आठ अक्तूबर को नया एक्सपेंशन ज्वाइंट फिटिंग कार्य होगा. मिनी कांक्रीट यानी ढलाई में भी दो दिन का समय लगेगा. यह 10 अक्तूबर तक पूरा होगा. इसके बाद ढलाई को जमने के लिए सात तक छोड़ा जायेगा. तब लोड वेरिफिकेशन कर पुल को आवागमन के लिए खोल दिया जायेगा.
चार तक पूरा हो जायेगा दरार में कार्बन प्लेट चिपकाने का काम
पांच अक्तूबर को उठाया जायेगा स्पेंडेड स्पैन
पांच अक्तूबर को हर हाल में स्पेंडेड स्पैन को हाइड्रोलिक जैक पर उठा दिया जायेगा. इसे उठाने का काम एक तरफ से होगा. इसको उठा कर बॉल-बियरिंग बदली जायेगी.
यानी, एक तरफ से स्पैन को उठा कर पहले दो सेंटर की बॉल-बियिरंग बदली जायेगी. इसके बाद दूसरी ओर उठा कर बॉल-बियरिंग बदलने का काम होगा. यानी, बारी-बारी से दो दिन पांच व छह अक्तूबर को स्पैन को उठा कर बॉल-बियरिंग बदलेगा. इसके बाद एक-एक दिन नया एक्सपेंशन ज्वाइंट फिटिंग और कंक्रीट का काम होगा. फिर इसकी ढलाई को मजबूत होने तक छोड़ा जायेगा.