93 करोड़ का घोटाला मामला : सीबीआई ने राज्यपाल सचिवालय के अपर सचिव को किया तलब
भागलपुर : जिला नजारत के 93 करोड़ रुपये के घोटाले में सीबीआई ने तत्कालीन नजारत के वरीय उप समाहर्ता और वर्तमान राज्यपाल सचिवालय के अपर सचिव विजय कुमार को पूछताछ के लिए तलब किया है. उन्हें पांच अक्तूबर को दिल्ली बुलाया गया है. उनसे वर्ष 2004 में हुए नजारत के हलचल के बारे में पूछताछ […]
भागलपुर : जिला नजारत के 93 करोड़ रुपये के घोटाले में सीबीआई ने तत्कालीन नजारत के वरीय उप समाहर्ता और वर्तमान राज्यपाल सचिवालय के अपर सचिव विजय कुमार को पूछताछ के लिए तलब किया है. उन्हें पांच अक्तूबर को दिल्ली बुलाया गया है. उनसे वर्ष 2004 में हुए नजारत के हलचल के बारे में पूछताछ की जायेगी. नजारत के वरीय उप समाहर्ता विजय कुमार सबौर में बीडीओ और जगदीशपुर में सीओ के पद पर भी रह चुके हैं. साथ ही डीआरडीए में सहायक परियोजना पदाधिकारी (एपीओ) भी रह चुके हैं. नजारत को लेकर हुई पांच अलग-अलग प्राथमिकी में उक्त पदाधिकारी से जानकारी ली जायेगी.
सीबीआई ने जिला नजारत के तीन अलग-अलग खातों का मांगा चेकबुक : सीबीआई ने नजारत के तीन अलग-अलग बैंक खाते के चेकबुक फाइल, बैंक रजिस्टर और संबंधित कागजात मांगे हैं. यह चेकबुक खाता खोलने से लेकर बाद में जारी हुए दूसरे चेकबुक भी होंगे.
यह था मामला : जिला नजारत के वरीय प्रभारी जितेंद्र प्रसाद साह ने 93 करोड़ 23 लाख एक हजार रुपये के राशि गबन की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इसमें बैंक ऑफ बड़ौदा में दो खाता व इंडियन बैंक में एक खाता खुलवाया गया था.
इसमें बैंक ऑफ बड़ौदा का एक खाता 29 जनवरी 2011 को खोला गया था. इस खाते के दो अलग-अलग चेक से 10-10 करोड़ रुपये की निकासी कर ली गयी. जांच में दोनाें चेक की प्रविष्टी नहीं थी. बैंक ऑफ बड़ौदा के दूसरे खाते से करीब छह करोड़ रुपये कहां जमा हुए, इसका कोई हिसाब-किताब नहीं मिला. कयास लगाया कि यह भी सृजन के खाते में गया.
जिस चेक से राशि का गबन हुआ, उसके चेकबुक के बारे में कोई प्रविष्टी नहीं थी. उक्त चेक में दो चेक पर तत्कालीन डीएम संतोष कुमार मल्ल व विपिन कुमार के फर्जी हस्ताक्षर हुए थे. इंडियन बैंक में जिला नजारत के खाते से चेक के माध्यम से निकासी की गयी, वह चेक कार्यालय से जारी नहीं हुई. जबकि खाते से 83 करोड़ 80 लाख रुपये का राशि गबन हुआ.