एक करोड़ की लागत से लगाया जायेगा वायु प्रदूषण यंत्र, मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेस की संस्था आइआइटीएम, पुणे का खुलना है केंद्र
भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में एक करोड़ की लागत से एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन (एक्यूएमएस) स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. छुट्टी के बाद फिर से मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेस की संस्था आइआइटीएम पुणे को पत्र लिखा जायेगा. पीजी भौतिकी विभाग में वायु प्रदूषण यंत्र लगाने वाले कमरा को तैयार कर […]
भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में एक करोड़ की लागत से एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन (एक्यूएमएस) स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. छुट्टी के बाद फिर से मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेस की संस्था आइआइटीएम पुणे को पत्र लिखा जायेगा. पीजी भौतिकी विभाग में वायु प्रदूषण यंत्र लगाने वाले कमरा को तैयार कर लिया गया है.
बिजली वायरिंग का कार्य छुट्टी के बाद शुरू किया जायेगा. इसे लेकर विवि इंजीनियरिंग शाखा से टेंडर भी निकाला जा चुका है. विवि से मिली जानकारी के अनुसार मार्च 2017 में दोनों संस्थानों के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी हो चुका है.
स्टेशन से मिलेगी जानकारी, हवा में कितना ‘जहर’
स्टेशन शुरू होने के बाद पता चल पायेगा कि हवा में कितना ‘जहर’ है. एयर पाॅल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशन का काम हवा में प्रदूषण का लेवल मापना है. इसकी रिपोर्ट राज्य व केंद्र सरकार को भेजी जाती है. उस रिपोर्ट के अनुसार सरकार यह निर्णय लेती है कि प्रदूषण का लेवल क्या है और इससे निबटने के क्या उपाय किये जाये.
एक करोड़ की लागत से स्टेशन तैयार करने की योजना
टीएमबीयू में लगने वाले वायु प्रदूषण यंत्र का मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस द्वारा खर्च किया जायेगा. टीएमबीयू को सिर्फ एक कमरा देना है. बताया जा रहा है कि एक करोड़ की लागत से स्टेशन तैयार किया जा जायेगा
यंत्र लगने से प्रदूषण लेवल की मिलेगी जानकारी
वायु प्रदूषण यंत्र लगने से भागलपुर और अपने राज्य को प्रदूषण के लेवल की समय-समय पर जानकारी मिल पायेगी. टीएमबीयू के छात्र इसके जरिये शोध कर पायेंगे. भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेस की संस्था इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ ट्राॅपिकल मेट्रोलॉजी (आइआइटीएम), पुणे की ओर से इसके लिए तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय का चयन किया गया है.
छुट्टी के बाद मंत्रालय को पत्र लिखा जायेगा
टीएमबीयू के कॉलेज इंस्पेक्टर प्रो शंभुनाथ चौधरी ने बताया कि टीएमबीयू में वायु प्रदूषण यंत्र लगाने के लिए फिर से छुट्टी के बाद पत्र लिखा जा रहा है. पीजी भौतिकी विभाग के कमरा में यंत्र लगना है. कमरा तैयार कर लिया गया है. बिजली वायरिंग का काम शीघ्र ही शुरू किया जायेगा. इस संबंध में विवि इंजीनियर से भी बात करेंगे.